छठे व बारहवें भाव में – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – chhath va barahvin bhav mein – sabhi bhaiyon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din
छठे व बारहवां भाव में राहु-केतु के होने पर यह योग बनता हैं। इसका प्रभाव रोग, शञु और मामा पर पङता हैं। जातक गुप्त रोग एवं षङयंञ का शिकार होता हैं। रोग आदि में खर्चा होता हैं। लेकिन शुभ योग में शञुओं पर विजय प्राप्त होती हैं तथा राहु अच्छा फल देता हैं। उपाय : […]