कालसर्प दोष मराठी माहिती

kulik kalsarp yoga

कुलिक कालसर्प योग – कालसर्प दोष | Kulik Kalsarp Yoga – kaal sarp dosh

  कुलिक कालसर्प योग ● योग: यदि जातक के जन्‍मांग के द्वितीय भाव में राहु और अष्‍टम भाव में केतु हो तथा इसके बीच सारे ग्रह आ जाये तो यह कुलिक काल सर्प योग होता है. ● प्रभाव: इस वजह से जातक गुप्‍त रोग से जूझता रहता है. इनके शत्रु भी अधिक होते हैं परिवार […]

कुलिक कालसर्प योग – कालसर्प दोष | Kulik Kalsarp Yoga – kaal sarp dosh Read More »

anant kalsarp yoga

अनंत कालसर्प योग – कालसर्प दोष | Anant Kalsarp Yoga – kaal sarp dosh

  अनंत कालसर्प योग ● योग: यदि जातक के जन्‍मांग के प्रथम भाव में राहु और सप्‍तम भाव में केतु हो तथा इसके बीच सारे ग्रह आ जाये तो अनंत काल सर्प योग होता हे. ● प्रभाव: जातक के घर में कलह होती रहती है. परिवार वालों या मित्रों से धोखा मिलने की आशंका हमेशा

अनंत कालसर्प योग – कालसर्प दोष | Anant Kalsarp Yoga – kaal sarp dosh Read More »

introduction to kaal sarp yoga

काल सर्प योग का परिचय – कालसर्प दोष | Introduction to Kaal Sarp Yoga – kaal sarp dosh

  कुंडली के बारह भावों में विभिन्न ग्रहों की स्थितियां बनती हैं जिनके आधार पर विश्लेषण करने पर योग बनते हैं. इन्हीं योगों में एक स्थिति बनती हैं – काल सर्प दोष की. काल सर्प योग में काल यानि राहु के नक्षत्र के स्वामी यम यानि काल और सर्प यानि केतु के नक्षत्र स्वामी आश्‍लेषा

काल सर्प योग का परिचय – कालसर्प दोष | Introduction to Kaal Sarp Yoga – kaal sarp dosh Read More »

Scroll to Top