ग्रहों की जानकारी – वास्तुशास्त्र – grahon kee jaanakaaree – vastu shastra
1.सूर्य-जन्म के समय सूर्य की स्थिति से जातक की देह, पिता, पराक्रम, धन, प्रसिध्दि व आसक्ति का विचार किया जाता है। यह पित्त प्रधान है। 2. चंद्र – यह वात व कफ प्रधान है। इसकी स्थिति से बुध्दि, मानसिक अवस्था, व्यावहारिक ज्ञान, माता, राय सुख व संचार सुख का विचार किया जाता है। 3. मंगल […]
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