घर का वास्तु दोष निवारण

uttarmukhi bhookhand ke vastu doshon ka nivaran

उत्तरोन्मुखी भूखंड के वास्तु दोषों का निवारण – सम्पूर्ण वास्तु दोष – uttarmukhi bhookhand ke vastu doshon ka nivaran – sampurna vastu dosh nivaran

दोष : इस भूखंड पर बनाए गये घर उत्तरी भाग उन्नत होना। उपाय : इस दोष के निवारण हेतु दक्षिण भाग को ऊंचा करने के लिए टी.वी. का ऐन्टीना, झंडा या लोहे का रॉड उत्तरी भाग से ऊंचा लगा दें तथा साथ ही घर में भारी सामान दक्षिण दिशा में ही रखें। छत के ऊपर […]

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sirph aise aa sakegee ghar mein dhan aur samrddhi

सिर्फ ऐसे आ सकेगी घर में धन और समृद्धि – वास्तु शास्त्र टिप्स – sirph aise aa sakegee ghar mein dhan aur samrddhi – vastu shastra tips

फेंगशुई चीन की वास्तुकला मानी जाती है। फेंगशुई का शाब्दिक अर्थ है हवा और पानी। यानी हवा और पानी का सही संतुलन करना ही इस विद्या का आधार है। हवा से सुख की अनुभूति होती है और पानी से तृप्ति। जिस प्रकार भारतीय वास्तु शास्त्र में प्रकृति के पांच तत्वों-अग्नि, पृथ्वी, वायु, जल और आकाश

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vaastu dosh ke nivaaran tatha prabhaavee upaay 5

वास्तु दोष के निवारण तथा प्रभावी उपाय 5 – वास्तु दोष के निवारण तथा प्रभावी उपाय – vaastu dosh ke nivaaran tatha prabhaavee upaay 5 – vastu dosh ka nivaran tatha prabhavi upaay

रसोई की सबसे बेहतरीन जगह दक्षिण-पूर्व है, दूसरा विकल्प उत्तर-पश्चिम दिशा में है। अगर दाम्पत्य जीवन के तालमेल में कमी के संकेत मिलते हों तो रसोई तथा शयन कक्ष की वास्तु योजना पर खास तौर पर ध्यान देना चाहिए। रसोई की दीवारों का पेंट आदि का भी ध्यान रखना आवश्यक होता है। रसोई घर में

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vaastu dosh ke nivaaran tatha prabhaavee upaay 1

वास्तु दोष के निवारण तथा प्रभावी उपाय 1 – वास्तु दोष के निवारण तथा प्रभावी उपाय – vaastu dosh ke nivaaran tatha prabhaavee upaay 1 – vastu dosh ka nivaran tatha prabhavi upaay

घर में नौ दिन तक अखण्ड भगवन्नाम-कीर्तन करने से वास्तुजनित दोष का निवारण हो जाता है. 8. मुख्य द्वार के ऊपर सिन्दूर से स्वस्तिक का चिन्ह बनाये.यह चिन्ह नौ अंगुल लम्बा तथा नौ अंगुल चौड़ा होना चाहिये. 9. घर के दरवाजे पर घोड़े की नाल (लोहे की) लगायें। यह अपने आप गिरी होनी चाहिए 10.

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vaastu dosh ke nivaaran tatha prabhaavee upaay

वास्तु दोष के निवारण तथा प्रभावी उपाय – वास्तु दोष के निवारण तथा प्रभावी उपाय – vaastu dosh ke nivaaran tatha prabhaavee upaay – vastu dosh ka nivaran tatha prabhavi upaay

सबसे पहले उठकर हमें इस ब्रह्मांड के संचालक परमपिता परमेश्वर का कुछ पल ध्यान करना चाहिए। उसके बाद जो स्वर चल रहा है, उसी हिस्से की हथेली को देखें, कुछ देर तक चेहरे का उस हथेली से स्पर्श करें, उसे सहलाएं। उसके बाद जमीन पर आप उसी पैर को पहले रखें, जिसकी तरफ का स्वर

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dhan aur svaasthy ke lie theek nahin vaastu dosh yukt ghar

धन और स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं वास्तु दोष युक्त घर – वास्तु और स्वास्थ्य – dhan aur svaasthy ke lie theek nahin vaastu dosh yukt ghar – vastu aur swasthya

घर हर किसी का सपना होता है। अपने घर में लोग उन्नति और खुशी की कामना करते हैं। लेकिन कभी कभी घर आपके सपनों और चाहतों को पूरा होने में बाधक भी बन जाता है।वास्तु विज्ञान के अनुसार घर अगर वास्तु दोष से मुक्त न हो तो घर में रहने वाले लोगों की सेहत में

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khushali laane ke liye in vaastu niyamo ka palan jaroor kare

खुशहाली लाने के लिए इन वास्तु नियमो का पालन जरूर करे – आपके घर का वास्तु शास्त्र – khushali laane ke liye in vaastu niyamo ka palan jaroor kare – apke ghar ka vastu shastra

1.भूखंड में ईशान ,पूर्व और उत्तर सदैव नीचे ,हलके ,खली और स्वच्छ होने चाहिए।2.भूखंड में दक्षिण पश्चिम सदैव ऊँचे और भारी होने चाहिए।3.भूखंड में पानी का बहाव सदैव ईशान कोण,पूर्व या उत्तर की ओर होना चाहिए ।दूषित जल ईशान कोण में नहीं निकलना चाहिए।4.भूखंड का निर्माण आरंभ यानि नीव पूजन ईशान कोण से करना चाहिए।5.बोरिंग

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