भूमि की परीक्षा – वास्तुशास्त्र – bhoomi kee pareeksha – vastu shastra
पहले भूमि की परीक्षा कर फिर बाद में वहाँ गृह का निर्माण करना चाहिये। श्वेत, लाल, पीली और काली- इन चार वर्णों वाली पृथिवी क्रमश: ब्राह्मणादि चारों वर्णों के लिये प्रशंसित मानी गयी है। इसके बाद उसके स्वाद की परीक्षा करनी चाहिये। ब्राह्मण के लिये मधुर स्वाद वाली, क्षत्रिय के लिये कड़वी, वैश्य के लिये […]
भूमि की परीक्षा – वास्तुशास्त्र – bhoomi kee pareeksha – vastu shastra Read More »