दक्षिण दिशा में भगवान का मुंह

darvaje ke samne na ho dharmik sthal

दरवाजे के सामने न हो धार्मिक स्थल, क्यों ? – वास्तुशास्त्र में वर्जित – darvaje ke samne na ho dharmik sthal, kyon ? – vastu shastra mein varjit

घर के वास्तु में मुख्य द्वार के साथ ही अन्य द्वारों का अहम योगदान होता है। अगर घर के द्वार में ही वास्तु दोष हो तो यह घर के साथ ही उसमें रहने वाले परिवार के सदस्यों को भी प्रभावित करते हैं। द्वार बनवाते समय इन बातों का ध्यान रखें- 1- वास्तु शास्त्रियों के अनुसार […]

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sahee disha mein lagaen bhagavaan kee tasveer

सही दिशा में लगाएं भगवान की तस्वीर – वास्तु शास्त्र के अनुसार घर – sahee disha mein lagaen bhagavaan kee tasveer – vastu shastra ke anusar ghar

वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में छोटे-छोटे बदलाव करके आप अद्भुत मानसिक शांति महसुस कर सकते है। घर में देवी-देवताओं की तस्वीर तो सभी लगाते है। देवताओं की सही दिशा में सही तस्वीर लगाकर कोई भी अपना जीवन सुख-समृद्धि से पूर्ण बना सकता हैं तो आइये जानते है वास्तु के अनुसार घर में कौन से भगवान

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darvaje ke samne na ho dharmik sthal

दरवाजे के सामने न हो धार्मिक स्थल, क्यों? – वास्तु शास्त्र के अनुसार घर – darvaje ke samne na ho dharmik sthal, kyon? – vastu shastra ke anusar ghar

घर के वास्तु में मुख्य द्वार के साथ ही अन्य द्वारों का अहम योगदान होता है। अगर घर के द्वार में ही वास्तु दोष हो तो यह घर के साथ ही उसमें रहने वाले परिवार के सदस्यों को भी प्रभावित करते हैं। द्वार बनवाते समय इन बातों का ध्यान रखें-1- वास्तु शास्त्रियों के अनुसार घर

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pooja ki disha

पूजा की दिशा – आपके घर का वास्तु शास्त्र – pooja ki disha – apke ghar ka vastu shastra

अपने पूजा घर की स्थिति को पहचानिए। पूजा घर पूर्व-उत्तर (ईशान कोण) में होना चाहिए तथा पूजा यथासंभव प्रातः 06 से 08 बजे के बीच भूमि पर ऊनी या सूती आसन पर करनी चाहिए। इस बात का ध्यान रहे कि पूजा करते समय आपका चेहरा पूर्व या उत्तर की ओर रहे। हो सके तो पूजा

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