मांगलिक दोष के लक्षण

tuesday fast

मंगलवार का व्रत – मांगलिक दोष | Tuesday fast – manglik dosh

  • मांगलिक लोगों को चाहिए के वह मंगलवार का व्रत करे . • स्नान आदि करके हनुमान जी की पूजा करे . • हनुमान चालीसा का पाठ करे . • हनुमान मंदिर में जाकर अर्चना करे . • लाल वस्तुओ – लाल कपडा , मसूर की दाल , ताम्बे के बर्तन , लाल फल […]

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remove malicious defects

मांगलिक दोष दूर करे – मांगलिक दोष | Remove malicious defects – manglik dosh

  जो मांगलिक जातक नीचे दिए गए २१ नामों की पूजा करता हैं उसपर से मांगलिक दोष कट जाता हैं और वो हर कार्य में विजयी होता हैं . 1. ऊँ मंगलाय नम: 2. ऊँ भूमि पुत्राय नम: 3. ऊँ ऋण हर्वे नम: 4. ऊँ धनदाय नम: 5. ऊँ सिद्ध मंगलाय नम: 6. ऊँ महाकाय

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remedies for mangal dosh

मंगल दोष के लिए उपाय – मांगलिक दोष | Remedies for mangal dosh – manglik dosh

  अगर कुण्डली में मंगल दोष का निवारण ग्रहों के मेल से नहीं होता है तो व्रत और अनुष्ठान द्वारा इसका उपचार करना चाहिए. * मांगलिक जातक को मंगवार के दिन व्रत रखना चाहिए, इससे फायदा मिलेगा. इसके साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करें. याद रहे मंगलवार के व्रत में नमक नहीं खाते हैं

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symptoms of manglik dosha

मांगलिक दोष के लक्षण – मांगलिक दोष | Symptoms of Manglik Dosha – manglik dosh

  1. मंगल को उग्रता वाला गृह माना जाता है इसलिए मांगलिक दोष वाले लोगों का स्वाभाव गर्म माना जाता है| ऐसे लोग कटु भाषी होते हैं , पर होते हैं दिल के साफ़. 2. मांगलिक लोगों में बहुत गर्म और उग्र ऊर्जा होता है जिसका यदि सही इस्तेमाल नहीं किया जाए तो यह कुछ

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manlike man personality

मांगलिक पुरुष व्यक्तित्व – मांगलिक दोष | Manlike man personality – manglik dosh

  अनुशासन के पक्के,चीज़ों को सलीके से सहेजने वाले,भावुक्ताओं की सीमाओं को लांघने वाले,उकसाने पर अपना भला बुरा छोड़ कर दूसरों के लिए सब कुछ करने वाले,यह ही हैं मांगलिक इंसान के गुण।इनकी एक खूबी और भी होती है।इनके खुद के काम सदा अधूरे पड़े रहते हैं क्योंकि इनके पास सबके लिए समय होता है

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do not feel guilty

मांगलिक दोष नहीं लगता – मांगलिक दोष | Do not feel guilty – manglik dosh

  मंगल भी निम्न लिखित परिस्तिथियों में दोष कारक नहीं होगा : * यदि जन्म कुन्डली के प्रथम भाव में मंगल मेष राशि का हो, द्वादस भाव में धनु राशि का हो, चौथे भाव में वृश्चिक का हो, सप्तम भाव में मीन राशि का हो और आठवें भाव में कुम्भ राशि का हो, तो मांगलिक

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donation of mars

मंगल वस्तुओ का दान – मांगलिक दोष | Donation of Mars – manglik dosh

  1। मंगल ग्रह से संबंधित वस्तुओ का दान करने से मंगल ग्रह शांति होती है जैसे मसूर की दाल, तॉबे का बर्तन एवं सिक्का, व कम से कम एक मूंगा व यथा शक्ति दक्षिणा रखकर लाल कपडे की पोटली बनायें एवं मंगलवार के दिन अथवा जिस दिन मेष या वृश्चिक राशि में चंदमा हो

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manglik nature

मांगलिक जातक का स्वभाव – मांगलिक दोष | Manglik’s nature – manglik dosh

  कोई जातक चाहे वह स्‍त्री हो या पुरुष उसके मांगलिक होने का अर्थ है कि उसकी कुण्‍डली में मंगल अपनी प्रभावी स्थिति में है. शादी के लिए मंगल को जिन स्‍थानों पर देखा जाता है वे 1,4,7,8 और 12 भाव हैं. इनमें से केवल आठवां और बारहवां भाव सामान्‍य तौर पर खराब माना जाता

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manglik dosha and marital life

मांगलिक दोष और वैवाहिक जीवन – मांगलिक दोष | Manglik Dosha and Marital Life – manglik dosh

  वैदिक ज्योतिष में मंगल को लग्न, द्वितीय, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम और द्वादश भाव में दोष पूर्ण माना जाता है।इन भावो में उपस्थित मंगल वैवाहिक जीवन के लिए अनिष्टकारक कहा गया है।जन्म कुण्डली में इन पांचों भावों में मंगल के साथ जितने क्रूर ग्रह बैठे हों मंगल उतना ही दोषपूर्ण होता है जैसे दो क्रूर

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mythological accounts

पौराणिक वृत्यांत – मांगलिक दोष | Mythological accounts – manglik dosh

  मंगल ग्रह की उत्पत्ति का पौराणिक वृत्यांत स्कंद पुराण के अवंतिका खण्ड में आता है की एक समय उज्जयिनी पुरी में अंधक नाम से प्रसिद्ध दैत्य राज्य करता था | उसके महापराक्रमी पुत्र का नाम कनक दानव था | एक बार उस महाशक्तिशाली वीर ने युध्य के लिए इन्द्र को ललकारा तब इन्द्र ने

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