वास्तु पुरुष मंत्र

vaastudev ka poojan 1

वास्तुदेव का पूजन 1 – सम्पूर्ण वास्तु दोष – vaastudev ka poojan 1 – sampurna vastu dosh nivaran

सतत प्राप्त होती रहें। चूंकि ब्रह्मांड में आकाशीय तत्वों का बाहुल्य है एवम् मानव मस्तिष्क का नियामक आकाशही है अतः सुख, संपदा, स्वास्थ्य और दीर्घायु के निमित्त वास्तु में ब्रह्म स्थान की महत्ता का प्रतिपादन वास्तु शास्त्र करता है।पुराने समय में भगवान ब्रह्मा के निमित्त घर के बीच वाले स्थान में चैक या आंगन बनाया […]

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vastu mantr - 20 upay

वास्तु मंत्र – 20 उपाय, जीवन में खुशहाली लाए – वैदिक वास्तु शास्त्र – vastu mantr – 20 upay, jeevan mein khushahali lae – vedic vastu shastra

भवन निर्माण में दरवाजे और खिड़कियां सम संख्या में हों तथा सीढ़ियां विषम संख्या में हों! टॉयलेट ‍और किचन एक पंक्ति (कतार) में या आमने-सामने होना दोषकारक है! घर में गणेशजी की एक से अधिक मूर्ति हो तो कोई फर्क नहीं, परंतु पूजा एक ही गणेशजी की हो! घर में गणपति की मूर्ति, रंगोली, स्वस्तिक

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vaastu purush

वास्तु पुरुष – घर का वास्तु – vaastu purush – ghar ka vastu

वास्तु पुरुष वास्तु पुरुष क्या हैवास्तव में वास्तु पुरूष हर मकान का स्वयंभू संरक्षक होता है। उसे भवन का प्रमुख देवता माना जाता है। वेदों में बताया गया है कि स्वयं ब्रह्मा ने वास्तुपुरूष की रचना की और उसे आशीर्वाद दिया कि संसार में हर निर्माण के अवसर पर तुम्हारी पूजा अनिवार्य होगी अन्यथा वह

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