9 मुखी रुद्राक्ष

saatamukhee

सात मुखी, आठ मुखी, और नौमुखी रुद्राक्ष – सही रुद्राक्ष पहनकर करें कालसर्प दोष निवारण – सत्रहवाँ दिन – Day 17 – 21 Din me kundli padhna sikhe – saatamukhee, aathamukhee, aur naumukhee rudraaksh – sahee rudraaksh pahanakar karen kaalasarp dosh nivaaran – Satrahavaan Din

यदि द्वादश भाव में कालसर्प योग हो तो शनिवार के दिन शाम को सातमुखी, आठमुखी, और नौमुखी रुद्राक्ष काले धागे में डालकर गले में धारण करे उसके बाद कालसर्प दोष शांति की पूजा के बाद ये रुद्राक्ष धारण करने से कालसर्प योग वाले के जीवन से कालसर्प योग का प्रभाव कम हो जाएगा। इस दोष […]

सात मुखी, आठ मुखी, और नौमुखी रुद्राक्ष – सही रुद्राक्ष पहनकर करें कालसर्प दोष निवारण – सत्रहवाँ दिन – Day 17 – 21 Din me kundli padhna sikhe – saatamukhee, aathamukhee, aur naumukhee rudraaksh – sahee rudraaksh pahanakar karen kaalasarp dosh nivaaran – Satrahavaan Din Read More »

chhahamukhee

छह मुखी, आठ मुखी और नौमुखी रुद्राक्ष – सही रुद्राक्ष पहनकर करें कालसर्प दोष निवारणछहमुखी, आठमुखी और नौमुखी रुद्राक्ष – सही रुद्राक्ष पहनकर करें कालसर्प दोष निवारण – सत्रहवाँ दिन – Day 17 – 21 Din me kundli padhna sikhe – chhahamukhee, aathamukhee aur naumukhee rudraaksh – sahee rudraaksh pahanakar karen kaalasarp dosh nivaaran – Satrahavaan Din

सप्तम भाव में कालसर्प योग हो तो छहमुखी, आठमुखी और नौमुखी रुद्राक्ष एक चमकीले या सफेद धागे में रात्रि के समय पहनना चाहिए। छह मुखी, आठ मुखी और नौमुखी रुद्राक्ष – सही रुद्राक्ष पहनकर करें कालसर्प दोष निवारणछहमुखी, आठमुखी और नौमुखी रुद्राक्ष – सही रुद्राक्ष पहनकर करें कालसर्प दोष निवारण – chhahamukhee, aathamukhee aur naumukhee

छह मुखी, आठ मुखी और नौमुखी रुद्राक्ष – सही रुद्राक्ष पहनकर करें कालसर्प दोष निवारणछहमुखी, आठमुखी और नौमुखी रुद्राक्ष – सही रुद्राक्ष पहनकर करें कालसर्प दोष निवारण – सत्रहवाँ दिन – Day 17 – 21 Din me kundli padhna sikhe – chhahamukhee, aathamukhee aur naumukhee rudraaksh – sahee rudraaksh pahanakar karen kaalasarp dosh nivaaran – Satrahavaan Din Read More »

pratham bhav mein gulik ka phal - janm kundli ke bhavon mein maandi athava gulik ka prabhaav

प्रथम भाव में गुलिक का फल – जन्म कुंडली के भावों में मांदि अथवा गुलिक का प्रभाव – सोलहवां दिन – Day 16 – 21 Din me kundli padhna sikhe – pratham bhav mein gulik ka phal – janm kundli ke bhavon mein maandi athava gulik ka prabhaav – Solahavaan Din

कुशल व निपुण ज्योतिषियों ने लग्न में गुलिक के फलों को शुभ नहीं माना है। यदि किसी जातक की जन्म कुंडली के लग्न में ही गुलिक स्थित है तब ऎसा व्यक्ति गलत सोहबत में पड़कर चोरी आदि करना सीखता है। ऎसा व्यक्ति किसी के सामने कुछ भी बोलने से हिचकता नहीं है और मुँहफट हो

प्रथम भाव में गुलिक का फल – जन्म कुंडली के भावों में मांदि अथवा गुलिक का प्रभाव – सोलहवां दिन – Day 16 – 21 Din me kundli padhna sikhe – pratham bhav mein gulik ka phal – janm kundli ke bhavon mein maandi athava gulik ka prabhaav – Solahavaan Din Read More »

namank 5 - var vadhu ke namank ka phal

नामांक 5 – वर वधू के नामांक का फल – पंद्रहवां दिन – Day 15 – 21 Din me kundli padhna sikhe – namank 5 – var vadhu ke namank ka phal – Pandrahavaan Din

5 नामांक के वर के लिए 1, 2, 5, 6, 8 नामांक की कन्या उत्तम रहती है। चतुर्थ और सप्तम नामांक की कन्या से साथ गृहस्थ जीवन मिला जुला रहता है जबकि अन्य नामांक की कन्या होने पर गृहस्थ सुख में कमी आती है। नामांक 5 – वर वधू के नामांक का फल – namank

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namank 4 - var vadhu ke namank ka phal

नामांक 4 – वर वधू के नामांक का फल – पंद्रहवां दिन – Day 15 – 21 Din me kundli padhna sikhe – namank 4 – var vadhu ke namank ka phal – Pandrahavaan Din

4 अंक का पुरूष हो और कन्या 2, 4, 5 अंक की हो तब गृहस्थ जीवन उत्तम रहता है। चतुर्थ वर और षष्टम या अष्टम कन्या होने पर वैवाहिक जीवन में अधिक परेशानी नहीं आती है। 4 अंक के वर की शादी इन अंकों के अलावा अन्य अंक की कन्या से होने पर गृहस्थ जीवन

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namank 1 - var vadhu ke namank ka phal

नामांक 1 – वर वधू के नामांक का फल – पंद्रहवां दिन – Day 15 – 21 Din me kundli padhna sikhe – namank 1 – var vadhu ke namank ka phal – Pandrahavaan Din

अंकशास्त्र के नियम के अनुसार अगर वर का नामांक 1 है और वधू का नामांक भी एक है तो दोनों में समान भावना एवं प्रतिस्पर्धा रहेगी जिससे पारिवारिक जीवन में कलह की स्थिति होगी। कन्या का नामांक 2 होने पर किसी कारण से दोनों के बीच तनाव की स्थिति बनी रहती है। वर 1 नामांक

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