vidisha bhukhand ka vastu

vaastu mein dvaar va any vedh

वास्तु में द्वार व अन्य वेध – वास्तुशास्त्र – vaastu mein dvaar va any vedh – vastu shastra

मुख्य द्वार से प्रकाश व वायु को रोकने वाली किसी भी प्रतिरोध को द्वारवेध कहा जाता है अर्थात् मुख्य द्वार के सामने बिजली, टेलिफोन का खम्भा, वृक्ष, पानी की टंकी,मंदिर, कुआँ आदि को द्वारवेध कहते हैं। भवन की ऊँचाई से दो गुनी या अधिक दूरी पर होने वाले प्रतिरोध द्वारवेध नहीं होते हैं। द्वारवेध निम्न […]

वास्तु में द्वार व अन्य वेध – वास्तुशास्त्र – vaastu mein dvaar va any vedh – vastu shastra Read More »

bhawan nirman mein vastu shastra

भवन निर्माण में वास्तुशास्त्र – वास्तुशास्त्र – bhawan nirman mein vastu shastra – vastu shastra

वास्तु की दृष्टि से भवन निर्माण के समय पाँच प्राकृतिक तत्वों का ठीक अनुपात रखें तो हर तत्व का हम समुचित लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इनमें भी जल व अग्नि का महत्व सबसे अधिक है। फिर भी इससे दूसरे तत्वों का महत्व कम नहीं होता। जल तत्व से घर की शांति बनी रहती है।

भवन निर्माण में वास्तुशास्त्र – वास्तुशास्त्र – bhawan nirman mein vastu shastra – vastu shastra Read More »

Scroll to Top