बवासीर मलाशय के आसपास की नसों की सूजन के कारण विकसित होता है। बवासीर दो प्रकार की होती है,खूनी बवासीर और बादी वाली बवासीर,खूनी बवासीर में मस्से खूनी सुर्ख होते है,और उनसे खून गिरता है,जबकि बादी वाली बवासीर में मस्से काले रंग के होते है,और मस्सों में खाज पीडा और सूजन होती है। बवासीर बेहद तकलीफदेह होती है। देर तक कुर्सी पर बैठना और बिना किसी शेड्यूल के कुछ भी खा लेना इसका प्रमुख कारण है।हम आपको यहाँ पर कुछ घरेलू नुस्खों के बारे में बताते हैं जिससे बवासीर और इससे होने वाले दर्द में राहत मिल सकती है।
☞ एक पके केले को बीच से चीरकर उसके दो टुकडे कर लें फिर उस पर कत्था पीसकर छिडक दें, इसके बाद उस केले को खुले आसमान के नीचे शाम को रख दें,सुबह को उस केले को शौच करने के बाद खालें। एक हफ़्ते तक लगातार इसको करने के बाद भयंकर से भयंकर बवासीर भी समाप्त हो जाती है।
☞ खूनी बवासीर में एक नींबू को बीच में से काटकर उसमें लगभग 4-5 ग्राम कत्था पीसकर डाल दीजिए। इन दोनों टुकड़ों को रात में छत पर खुला रख दीजिए। सुबह उठकर नित्य क्रिया से निवृत होने के बाद इन दोनों टुकड़ों को चूस लीजिए। पांच दिन तक इस प्रयोग को कीजिए। बहुत फायदा होता है।
☞ करीब दो लीटर मट्ठा लेकर उसमे 50 ग्राम पिसा हुआ जीरा और थोडा सा सेंधा नमक जरुर मिला दें। पूरे दिन पानी की जगह यह मट्ठा ही पियें। चार-पाँच दिन तक यह प्रयोग करें, मस्से काफी ठीक हो जायेंगे।
☞ छोटी पिप्पली को पीस कर उसका चूर्ण बना ले, इसे शहद के साथ लेने से भी आराम मिलता है|
☞ नीम के छिलके सहित निंबौरी के पावडर को प्रतिदिन 10 ग्राम मात्रा में रोज सुबह बासी पानी के साथ सेवन करें, लाभ होगा। लेकिन इसके साथ आहार में घी का सेवन आवश्यक है। ☞ जीरे को पीसकर मस्सों पर लगाने से भी फायदा मिलता है, साथ ही जीरे को भूनकर मिश्री के साथ मिलाकर चूसने से भी फायदा मिलता है।
☞ बवासीर की समस्या होने पर आंवले के चूर्ण को सुबह-शाम शहद के साथ लेने से भी जल्दी ही फायदा होता है।
☞ एक चम्मच आंवले का चूर्ण सुबह शाम शहद के साथ लेने से भी बवासीर में लाभ प्राप्त होता है।
☞ नीम का तेल मस्सों पर लगाने से और 4- 5 बूँद रोज़ पीने से बवासीर में बहुत लाभ होता है।
☞ एक चाय का चम्मच धुले हुए काले तिल ताजा मक्खन के साथ लेने से भी बवासीर में खून आना बंद हो जाता है।
☞ 50 ग्राम बड़ी इलायची को तवे पर रखकर भूनते हुए जला लीजिए। ठंडी होने के बाद इस इलायची को पीस लीजिए। प्रतिदिन सुबह इस चूर्ण को पानी के साथ खाली पेट लेने से बवासीर में बहुत आराम मिलता है।
☞ नियमित रुप से गुड के साथ हरड खाने से भी बवासीर में जल्दी ही फ़ायदा होता है।
☞ नागकेशर, मिश्री और ताजा मक्खन इन तीनो को रोजाना बराबर मिलाकर 10 दिन खाने से बवासीर में बहुत आराम मिलता है।
☞ जमीकंद को देसी घी में बिना मसाले के भुरता बनाकर खाएँ शीघ्र ही लाभ मिलेगा।
☞ सुबह खाली पेट मूली का नियमित सेवन भी बवासीर को खत्म कर देता है।
☞ बवासीर की समस्या होने पर तरल पदार्थों का अधिक से अधिक सेवन करें।
आज दुनिया के करोड़ों लोग चाहे पुरूष हों या स्त्री बाल झड़ने की समस्या से परेशान हैं। बालों की देखभाल सही तरह से न की जाये तो बाल गिरने शुरू हो जाते हैं। हालांकि सामान्यत: लोगों के बाल झड़ते हैं लेकिन सामान्य से ज्यादा बाल झड़ रहे हैं तो समझिए कि समस्या गम्भीर हैं। बाल झड़ने के पीछे तनाव, इन्फेक्शन, हार्मोन्स का असंतुलन, पोषक पदार्थों की कमी, दवाओं के साइड इफेक्ट्स, लापरवाही बरतना या बालों की सही देखभाल न करना घटिया साबुन और शैंपू का प्रयोग आदि कई कारण हो सकते है। यहाँ पर हम पेश कर रहे हैं कुछ नुस्खे जो हमेँ गिरते बालों की समस्या से बचाएंगे ।
☞ बालों का गिरना रोकने और बालों की वृद्धि के लिए सप्ताह में एक बार अपने बालों की रोज़मेरी ऑयल से मसाज कीजिए, इससे बाल मजबूत होते हैं।
☞ बालों को मजबूत बनाने और टूटने से बचाने के लिए बालों को भरपूर पोषण दीजिए। मेंहदी में भरपूर पोषण होता है जो बालों के लिए फायदेमंद है, इसलिए बालों में मेहंदी लगानी चाहिए।मेंहदी को अंडे के साथ मिलाकर लगाने से भी बहुत फायदा होता है।
☞ बालों के झड़ने का मुख्य कारण शारीरिक गतिविधियों की कमी भी है। नियमित रूप से कसरत या व्यायाम नहीं करने से हमारे अन्दर का रक्तसंचार कमज़ोर पड़ जाता है जिसकी वजह से उन छिद्रों को, जहाँ से बाल उगते हैं, ज़रुरत के हिसाब से पोषक तत्त्व नहीं मिल पाते इससे बालों की जड़ें कमज़ोर हो जाती हैं और बाल गिरने लगते हैं। बालों को गिरने से रोकने के लिए रोजाना कम से कम पन्द्रह मिनिट की कसरत अनिवार्य है।
☞ नीम का पेस्ट सिर में कुछ देर लगाए रखें। फिर बाल धो लें। बाल झड़ना बंद हो जाएगा।
☞ हमारे शरीर की बनावट में पानी की मात्रा कुछ ज्यादा, लगभग दो तिहाई होती है। आपकी त्वचा, बाल, रक्त, शुक्राणु, इन सबको स्वस्थ रहने के लिए और अपना कार्य सक्षमता से करने के लिए पानी की ज़रुरत पड़ती है।रोजाना 10 से 12 गिलास पानी पीने से हमारे रक्तसंचार में सुधार होता है हमारे अन्दर किसी भी रोग को रोकने की शक्ति पैदा होती है। हमारे बालों की जड़ें भी मज़बूत हो जाती हैं। पानी से हमारा वज़न भी कम हो जाता है। पानी हमारे बालों में भी एक नयी चमक पैदा करता है, और उन्हें स्वस्थ और मज़बूत रखता है। तो अगर आप अपने बालों को गिरने से रोकना चाहते हैं तो आप पानी पीने कोइ भी कंजूसी ना करें वरन जी भर के पानी पीजिये।
☞ दही एक बहुत ही अचूक घरेलू नुस्खा है। दही से बालों को पोषण मिलता है। बालों को धोने से कम से कम 1/2 पहले बालों में दही लगाइये और जब यह पूरी तरह सूख जाएं तो उसे पानी से धो लीजिए। ☞ बालों को धोने से एक घंटा पहले बालों में अंडे लगाने से भी बाल मजबूत होते हैं।
☞ दही में नींबू का रस मिलाकर भी प्रयोग किया जा सकता है। नींबू के रस को दही में मिलाकर पेस्ट बना लीजिए। नहाने से पहले इस पेस्ट को बालों में लगाइए, 30 मिनट बाद बालों को धुल लीजिए। बालों का गिरना कम हो जाएगा।
☞ बेसन मिला दूध या दही के घोल से बालों को धोएं। इससे भी बालों में चमक आती है और झड़ना भी बन्द होता है ।
☞ शहद के प्रयोग से भी बालों का झडऩा रोका जा सकता है। सप्ताह में एक बार एक चम्मच शहद और एक चम्मच नीबूं को मिलाकर नहाने से 1/2 घंटा पहले अपने बालों में लगाने से बालों का गिरना बहुत कम हो जाता है। ☞ दालचीनी और शहद को मिलाकर भी बालों में लगाइए। इससे भी बालों का झड़ना बंद होता है।
☞ बालों को विडामिन डी की भी आवश्यकता होती है । विटामिन डी बालों को बढ़ने में काफी मददगार साबित होता है । जब आप अपने शरीर पर कम से कम 15 मिनिट के लिए भी सूर्य की किरणें पड़ने देते हैं, तो आपको उस दिन के लिए ज़रूरी मात्रा में विटामिन डी की खुराक मिल जाती है। लेकिन ध्यान रहे, बहुत ज्यादा गर्मी या तपती धूप आपके लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है। इसलिए आप सूर्य की किरणों का फायदा सुबह या शाम को ही उठाइए।
☞ दस मिनट तक कच्चे पपीता का पेस्ट सिर में लगाएं। इससे बाल भी नहीं झड़ेंगे और डेंड्रफ भी नहीं होगी।
☞ कई लोग बालों की झडने का शिकार गलत खाने की वजह से भी होते हैं।जंक फ़ूड , डब्बाबंद आहार, तैलीय खाना आदि में पौष्टिक तत्वों की कमी होती है इससे हमारे शरीर को सही मात्रा में आयरन, कैल्सियम , जिंक , विटामिन सी और प्रोटीन वगैरह नहीं मिल पाते। यह सब बालों के बढ़ने के लिए बहुत ज़रूरी होते हैं इसीलिए जंक फूड को छोड़कर हरी सब्जियां, फल, सूखे मेवे, दूध, अंडे खाइए जिससे कि हमारे जीवन में पौष्टिक आहारों की कमी ना रहे ।
☞ गरम जैतून के तेल में एक चम्मच शहद और एक चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर उनका पेस्ट बनाकर नहाने से पहले उसे लगाने से भी बालों का गिरना कम होता है।
☞ बालों में सप्ताह में एक बार तिल का तेल जरूर लगाएं। इस तेल के लगातार उपयोग से बाल गिरना बंद हो जाते हैं।
☞ आधा कप दही में एक ग्राम काली मिर्च और थोड़ा नींबू का रस मिलाकर बालों में लगाएं, शीघ्र ही बहुत फायदा होगा।
☞ धूम्रपान और शराब हमारे पूरे शरीर के लिये हानिकारक है यह हमारे शरीर में ऐसे विषैले तत्व पैदा करते है जो की हमारे बालों के लिए बहुत हीं हानिकारक होते हैं। इसलिए यदि आप अपने शरीर और अपने बालों से प्यार करते है तो इनके सेवन से पूरी तरह से परहेज करें।
जब हमारा शरीर मौसम के अनुसार एडजस्ट नहीं करता है तो हम मौसमी रोगों के शिकार हो जाते है।मौसम के बदलाव के दौरान व्यक्ति का शरीर वातावरण में हो रहे बदवाल को नहीं झेल पाता है और सर्द-गर्म के असर से सर्दी-जुकाम से ग्रसित हो जाता है|सर्दी की शुरुआत नाक से होती है पर धीरे-धीरे इसका असर पूरे शरीर पर होने लगता है। जुकाम की कोई चिकित्सा नहीं है। इस स्वतः कम होने वाली बीमारी में घरेलू चिकित्सा ज्यादा उपयोगी होती है। यहाँ पर हम इससे बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं…
☞ जब कभी आपके गले में खराश हो और आपकी नाक सर्दियों में बंद हो जाए, तो एक गिलास गर्म पानी में चुटकी भर नमक डालकर गरारे करें। इसे आपका गला साफ होगा और यह वायरस को दुबारा आपके शरीर में प्रवेश करने से रोकता है।
☞ शहद के साथ अदरक का सेवन सुबह शाम करने से भी सर्दी जुकाम में जल्दी आराम मिलता है।
☞ किसी सटीम वेपराईज़र से ली गई भाप बंद नाक और बलगम से राहत दिलाएगी। अगर, आपके पास सटीम इंहेलर नहीं है, तो आप केतली में गर्म पानी डालकर भी भाप ले सकते हैं।
☞ हल्दी को यदि गर्म दूध के साथ किया जाए, तो यह कफ हटाती है और जुकाम में भी बहुत राहत पहुंचाती है।
☞ एक कप अदरक, तुलसी,पुदीने और कालीमिर्च वाली गर्म चाय, सर्दी से राहत पाने का असरदार घरेलू नुस्खा है।
☞ किशमिश को पीस कर पानी के साथ पेस्ट बना लें। इसमें चीनी डाल कर उबालें और ठंडा होने के लिए छोड़ दें। रोज रात में सोने से पहले इसको लेने से सर्दी जुकाम में राहत मिलती है।
☞ जुकाम के इलाज में हल्दी काफी फायदेमंद है। बहती नाक को रोकने के लिए हल्दी को जलाकर इसका धुआं लें, इससे नाक से पानी बहना तेज हो जाएगा व तत्काल आराम मिलेगा।
☞ इमली और काली मिर्च से बनाया जाने वाला दक्षिण भारतीय सूपरसम”” को गर्म-गर्म पिएँ, क्योंकि ये आपके शरीर में मौजूद अनावश्यक विषैल पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। इससे जुकाम में बेहद लाभ मिलता है।
☞ यदि नाक बंद है तो दालचीनी, कालीमिर्च, इलायची और जीरे को बराबर मात्रा में लेकर एक सूती कपड़े में बांध लें और इन्हें बार बार सूंघें जिससे छींक आएगी और बंद नाक भी खुल जाएगी ।
☞ लहसून की कलियों को उबालकर बनाया जाने वाला लहसून के सूप के सेवन से सर्दी जुकाम में शीघ्र ही लाभ मिलता है।
☞ सर्दी जुकाम में तुलसी बहुत कारगर है । आप चाहें तो तुलसी के पत्तों को चबाकर खाएं या फिर पानी में उबाल कर काढ़ा बना कर पीएं दोनों ही तरीके से फ़ायदा होता है।
☞ 10 ग्राम गेहूं की भूसी, पांच लौंग और थोड़ा नमक लेकर उसे पानी में मिलाकर उबाल कर काढ़ा बनाएं। दिन में 2 बार एक कप काढ़ा पीने से लाभ मिलता है ।
☞ विटामिन सी सर्दी के उपचार में काफी लाभदायक है। एक गिलास गर्म पानी में नींबू के रस के साथ एक चमच शहद मिलाकर पिएँ। इस में भरपूर मात्रा में मौजूद विटामिन सी हमारे शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढते हैं।
☞ सर्दियों की तासीर गर्म होने के कारण इसे सर्दियों के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। खजूर को दूध के साथ उबाल कर पीजिए इससे ठंड में काफी राहत मिलती है।
☞ बार-बार हाथ धोना जुकाम से बचने का सर्वोत्तम उपाय है । इससे संक्रमित वस्तुओं को छूने से हाथ में आये वायरस समाप्त हो जाते हैं ।
☞ आपके परिवार में यदि किसी को जुकाम होतो एक दूसरे के बर्तन का उपयोग न करें, यदि संभव हो सके तो डिस्पोसेबल बर्तनों का ही उपयोग करें ।”