परिचय :
लिंग मुण्ड (सुपारी) को ढकने वाली चर्म जब पीछे की ओर खिंची होती है और सुपारी को ढक नहीं पाती तो उसे लिंग की उल्टी चमड़ी का रोग कहा जाता है।
कारण : लिंग मुण्ड (सुपारी) की त्वचा इसलिए उल्टी हो जाती है क्योंकि जब लिंग की मुन्ड अधिक देर तक खुली रह जाती है तो लिंग के ऊपर की खाल पलट जाती है जिसके कारण लिंग की उल्टी चमड़ी का रोग कहा जाता है।
चिकित्सा :
1. तुम्बरू :
लिंग की त्वचा जब पलट जाती है तो तेजफल के फल का काढ़ा बनाकर लिंग को धोयें और बाद में सूख जाने पर नीम के तेल और तिल के तेल को लगाने से पलटी खाल सीधी हो जाती है।
सुपारी अर्थात लिंग की पलटी खाल को ठीक करने के लिए लगभग आधा ग्राम तुम्बरू का रोजाना सेवन करना लाभदायक होता है।
2. कबीला : लिंग की त्वचा जब पलट जाती है तो उसे सीधी करने के लिए कबीला (कमीला) को तिल के तेल में घोलकर लगाने से भी रोग में लाभ होता है।