आजकल की रोजाना की दिनचर्या में ब्लडप्रेशर (रक्तचाप) की बात होना एक आम बात हो गई है। ब्लडप्रेशर के कारण संभोग शक्ति में भी काफी कमजोरी आ जाती है। ह्रदय से धमनियों के द्वारा हर समय रक्त संचार होता रहता है। एक सही व स्वस्थ व्यक्ति का उच्च रक्तचाप 100 से 140 तथा निम्न रक्तचाप 60 से 90 के बीच में होना चाहिए।दिमागी परेशानी, अधिक गुस्सा, दुख, अधिक मेहनत न करना तथा अधिक तेल-चटपटे मसालेदार चीजों का अधिक मात्रा में इस्तेमाल करने से भी ब्लड प्रेशर के रोग की शिकायत हो जाती है। तथा इसके विपरीत शराब, तंबाकू या ध्रूमपान आदि का ज्यादा सेवन किया जाता है तो ब्लड प्रेशर की समस्या ओर अधिक मात्रा में बढ सकती है। एक खोज से पता चला है कि ब्लड प्रेशर की वजह से संभोग करने में रुचि न होना, बहुत जल्द वीर्य पतन तथा नपुंसकता (नामर्दी) भी हो सकता है। ब्लड प्रेशर की शिकायत बहुत लंबे समय तक होने तक दिल का दौरा भी पड़ सकता है।
सेक्स के समय ब्लड प्रेशर-
ब्लडप्रेशर हर समय एक समान नहीं रह सकता है। दिमागी परेशानी, अधिक गुस्सा करने, भयभीत रहने एंव कठिन परिश्रम करने से भी ब्लड प्रेशर कुछ-कुछ बढ़ जाता है। संभोग करते समय शरीर के खून की गति में तेजी से संचार होता रहता है। सेक्स करते समय ह्रदय की गति 70-80 से बढ़कर 100-120 तक पहुंच जाती है लेकिन चरम सीमा तक पहुंचते-पहुंचते 130-160 के आसपास पहुंच जाती है। संभोग करते समय सेक्स करने वाली स्त्री को भी ज्यादा से ज्यादा खून की आवश्यकता होती है। इसलिए ह्रदय की गति और ब्लड प्रेशर भी बहुत अधिक बढ़ जाता है।
ब्लडप्रेशर पर नियंत्रण–
ब्लडप्रेशर के रोगी को कई प्रकार से सेक्स की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उच्च रक्तचाप से पीड़ित लंबे समय से रोगी को संभोग करने में मन न लगना, वीर्य का जल्दी गिरना तथा नामर्दी की समस्या दिखाई देने लगती है। उच्च रक्तचाप के वेग को रोकने के लिए मरीज को अपने पूरे दिन की देख-रेख तथा खाने-पीने के बारे में बदलाव करना बहुत ही आवश्यक है। उच्च रक्तचाप का रोगी जब संभोग करता है तो उसका उच्च रक्तचाप बहुत अधिक मात्रा में हो जाता है। इस वजह से उसे ह्रदय का रोग, एंजाइना या लकवा होने की शिकायत हो सकती है।
अगर उच्च रक्तचाप का रोगी बीड़ी-सिगरेट, शराब तथा पान-तंबाकू का इस्तेमाल बहुत अधिक करता है तो उसे ये सभी पदार्थ तुरंत ही बंद कर देने चाहिए। उन्हें हमेशा तरल पदार्थ ही लेने चाहिए। वसा एवं चर्बी युक्त खाने का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। नमक का इस्तेमाल खाने में बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। जरुरत के अनुसार योग और आसन करना चाहिए। उच्च रक्तचाप के लोग जिन दवाईयों का प्रयोग करते है वह दवाईयां भी सेक्स शक्ति को नुकसान पहुचा सकती है। इस बात का अवश्य ध्यान रखना चाहिए।
ब्लड प्रेशर की औषधिः
उच्च रक्तचाप को सही करने के लिए जो दवाईयां प्रयोग की जाती है वे सेक्स पावर को प्रभावित करती है। इटली के आविष्कारक के अनुसार उच्च रक्तचाप को कंट्रोल में करने के लिए प्रयोग में लाने वाली औषधि एटेनोलोल एंव लिसिनोप्रिल के इस्तेमाल करने से पुरुषों की सेक्स शक्ति और शरीर में बहुत अधिक कमजोरी आ जाती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि पेशाब की मात्रा बढ़ाने वाली दवाईयां भी अधिकतर सेक्स शक्ति को कम कर देती है। परंतु उच्च रक्तचाप में प्रयोग में आने वाली काप्टोप्रिल जैसी दवाईयां सेक्स पावर को आकर्षित नहीं करती है। अगर उच्च रक्तचाप की गोलियां लेने से सेक्स शक्ति में कमी आती हो तो आप शीघ्र ही किसी अच्छे डाक्टर से सलाह ले सकते हैं।