ekyoot prostatitis aur iske karan kya hai

एक्यूट प्रोस्टटाइटिस और इसके कारण क्या है – गुप्त रोग ज्ञान – ekyoot prostatitis aur iske karan kya hai – gupt rog gyan

एक्यूट प्रोस्टटाइटिस, प्रोस्टेट ग्रंथि में होने वाला एक गंभीर बैक्टीरियल संक्रमण होता है। यह संक्रमण आपातकालीन चिकित्सा के योग्य समस्या है। एक्यूट प्रोस्टटाइटिस के लक्षणों में मुख्य रूप से लिंग के आधार पर और गुदा के आसपास दर्द शामिल होते हैं। इस लेख में एक्यूट प्रोस्टटाइटिस व इसके कारणों के बारे में विस्तार से जानें।
एक्यूट प्रोस्टटाइटिस प्रोस्टेट ग्रंथि की एक जीवाणु संक्रमण के कारण होता है। प्रोस्टटाइटिस का मतलब है कि आपकी प्रोस्टेट ग्रंथि में सूजन है। प्रोस्टटाइटिस तीव्र (अचानक शुरुआत वाला) या पुराना (लगातार) हो सकता है। यह संक्रामक (संक्रमण के कारण) या गैर संक्रामक हो सकता है। यह प्रोस्टटाइटिस के अन्य रूपों जैसे क्रोनिक बैक्टीरियल प्रोस्टटाइटिस और क्रोनिक पैल्विक दर्द सिंड्रोम (सीपीपीएस) से अलग होता है।
एक्यूट प्रोस्टटाइटिस संक्रामक प्रोस्टटाइटिस का एक प्रकार है। क्रोनिक प्रोस्टटाइटिस को क्रोनिक पैल्विक दर्द सिंड्रोम भी कहा जाता है। मूत्राशय का संक्रमण भी आमतौर पर इस समय ही होता है।
प्रोस्टेट ग्रंथि केवल पुरुषों में होती है। यह सिर्फ मूत्राशय के नीचे स्थित होती है। आमतौर पर यह एक अखरोट के आकार की होती है। यूट्रा (मूत्र बाहर करने के लिए मूत्राशय से जानी वाली एक ट्यूब) पहले प्रोस्टेट के बीच से होकर और फिर लिंग के पास से जाती है। प्रोस्टेट वीर्य बनाने में मदद करती है।
लेकिन इसके पास वाली एक और ग्रंथि (सेमिनल वेसल) भी वीर्य बनाने में मदद करती है।
यह संक्रमण सामान्य रूप से मल में रहने वाले बैक्टीरिया से होता है। एक्यूट प्रोस्टटाइटिस प्रोस्टेट ग्रंथि की एक जीवाणु संक्रमण के कारण होता है। आंत्र में कुछ अहानिकारक बैक्टीरिया रहते हैं, यह आमतौर पर जब हम मल त्याग करते हैं तब गुदा के आसपास वाली त्वचा पर मिलता है। कुछ लोगों में ये अधिक हो सकते हैं। इनमें से कुछ बैक्टीरिया मूत्रमार्ग में जा सकते हैं, और मूत्र मार्ग में कहीं भी, जैसे कि गुर्दे, मूत्राशय, प्रोस्टेट में संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
आमतौर पर एक्यूट प्रोस्टटाइटिस में लक्षण कुछ ही दिनों में तेजी से उभर कर आते हैं। यह आमतौर पर मूत्र संक्रमण के समय पर ही होता है इसलिए, आपको मूत्राशय का संक्रमण (cystitis) भी हो सकता है। ऐसे में मूत्र की जांच करने पर मूत्र में बैक्टीरिया (रोगाणु) के साथ निम्न लक्षण पाए जाते हैं।

प्रोस्टेट में दर्द, जो कि बहुत तेज हो सकता है। आप मुख्य रूप से इस दर्द को अपने लिंग के आधार पर, अपने गुदा के आसपास, प्यूबिक बोन से ऊपर और / या अपनी पीठ के निचले हिस्से में महसूस करते हैं। यह दर्द अपने लिंग और अंडकोश (वीर्यकोष) में फैल सकता है। साछ ही मल त्यागते समय भी दर्द हो सकता है।

  • पेशाब करते समय दर्द या जलन (dysuria)
  • मूत्र त्यागने में समस्या
  • लगातार पेशाब आना, विशेष रूप से रात में (निशामेह)
  • पेशाब न रोक पाना
  • पेट, कमर और पीठ के निचले हिस्से में दर्द
  • अंडकोश की थैली और मलाशय (मूलाधार) के बीच के क्षेत्र में दर्द
  • लिंग या अंडकोष में दर्द या बेचैनी
  • दर्दनाक ओगाज़्म (ejaculations)
  • फ्लू जैसे लक्षण (बैक्टीरियल प्रोस्टटाइटिस के साथ)

स्टटाइटिस के साथ मूत्र संक्रमण (मूत्राशय संक्रमण) एख आम आम ‘यूटीआई’ (यूरिनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन) है, लेकिन प्रोस्टेट संक्रमण, मूत्र पथ के अन्य भागों के बिना संक्रमित हुए भी हो सकता है। हालांकि एक्यूट बैक्टीरियल प्रोस्टटाइटिस उतना आम नहीं है। यह समस्या 10,000 में से केवल 2 पुरुषों में ही उनके जीवन काल में कभी होती है।

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