dukaan - vaastu dosh nivaaran

दुकान – वास्तु दोष निवारण – वास्तु दोष निवारण – dukaan – vaastu dosh nivaaran – vastu dosh nivaran

वास्तु दोष निवारण दुकान
नई दुकान की शुरुआत करते समय हमेशा ध्यान रखे की दुकान का मुख्य द्वार उत्तर पूर्व की और हो। वास्तु के अनुसार इस दिशा को दुकान के लिए शुभ माना जाता है। हमेशा दुकान में बर्कत बनाए रखने के लिए दीपावली, होली, रामनवमी, शिवरात्रि के दिन दुकान में या घर में नवग्रह शांति करवाएं। अगर आपको धन से संबंधित कोई परेशानी आ रही है तो आप अपनी दुकान के मुख्य द्वार में मनी प्लान्ट लगा सकते है शास्त्रों अनुसार मनी प्लान्ट को धन का शुभ चिंतक माना जाता है। जिससे धन लाभ होने के योग्य भी बनते रहते है। दुकान का गल्ला, कॅश बॉक्स या जरुरी कागजात, बैंक के चेक बुक, बिल आदि को दाहिनी ओर रखना लाभकारी माना जाता है। ऐसा करने से लाभ के साथ साथ समाज में भी आपके मान प्रतिष्ठा में बढ़ोत्तरी होती रहती है। इस बात का हमेशा ध्यान रखे की दुकान के कैश काउंटर, मालिक या मैनेजर के बैठने के स्थान के ऊपर किसी भी प्रकार की बीम नहीं लगी होनी चाहिए। यदि है तो इसका उपाय उस पर टाइल्स या फॉल सीलिंग लगवा सकते है। साथ ही एक बाँसुरी को कलावा बांध या फिर इसे लाल कपडे से बांधकर लटका सकते है। दुकान के दरवाज़ों की व्यवस्था इस प्रकार करे की जब भी कोई द्वार खोले तो वह अंदर की तरफ ही खुले। मीटर, स्विच बोर्ड, इनवर्टर आदि को वाटू अनुसार आग्नेय कोण में लगवाना सही माना जाता है। दुकान के अंदर ग्राहकों के अंदर आने जाने की व्यवस्था हमेशा पूर्व दिशा अथवा उत्तर दिशा की करे। वास्तु अनुसार ऐसा करने से दुकान में सकरात्मक वातावरण बना रहता है। दुकान के अंदर सामान को बेचने या दिखाने वाले सेल्समेन का मुँह हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा की तरफ ही होना चाहिए। दुकान के मालिक या दुकानदार को दुकान में हमेशा उत्तर दिशा में मुँह करके बैठना चाहिए क्योंकि उत्तर दिशा कुबेर भगवान् की दिशा है। इसलिए इस दिशा में मुँह करके बैठने से व्यापर में अवश्य ही लाभ होता है। साथ ही उत्तर दिशा कि तरफ मुँह करके बैठने से दिमाग भी एक्टिव रहता है। दुकान के अंदर पूजा स्थान या मंदिर को ईशान कोण या पूर्व दिशा में बनाना चाहिए। अगर मंदिर नहीं है तो उस स्थान को हमेशा साफ़ सुथरा और खाली ही रखे। वास्तु अनुसार दुकान के अंदर पानी की व्यवस्था ईशान कोण या पूर्व दिशा में होनी चाहिए। यह जगह वास्तु अनुसार एकदम सही मानी जाती है। दुकान के अंदर स्टोर रूम को पश्चिम दिशा, नेत्रत्य अथवा दक्षिण दिशा में बनवाना चाहिए। किसी भी प्रकार के भरी सामान या माल का स्टॉक यही रखने की कोशिस करे तो बेहतर रहेगा। ”

दुकान – वास्तु दोष निवारण – dukaan – vaastu dosh nivaaran – वास्तु दोष निवारण – vastu dosh nivaran

 

Tags: , , , , , , , , , , , , , , ,

Leave a Comment

Scroll to Top