घर की बनावट का प्रभाव घर में निवास करने वालों की आर्थिक, शारीरिक, मानसिक स्थिति आदि पर पड़ता है।
परिवार के सदस्यों का दिशाओं और कोणों से संबंध इस प्रकार रहता है-
1- उत्तर दिशा के शुभ-अशुभ का प्रभाव घर की महिलाओं एवं परिवार की आमदनी पर पड़ता है।
2- ईशान कोण के शुभ-अशुभ का प्रभाव घर के मालिक एवं वहां रहने वाले अन्य पुरुषों एवं उनकी संतानों पर पड़ता है। संतान में विशेषकर प्रथम पुत्र पर इसका प्रभाव ज्यादा पड़ता है।
3- पूर्व दिशा के शुभ-अशुभ का प्रभाव भी संतान पर ही पड़ता है ।
4- आग्नेय कोण के शुभ-अशुभ का प्रभाव घर की स्त्रियों, बच्चों विशेषकर द्वितीय संतान पर पड़ता है।
5- दक्षिण दिशा के शुभ-अशुभ का प्रभाव घर की स्त्रियों पर विशेष रूप से पड़ता है।
6- नैऋत्य कोण के शुभ-अशुभ का प्रभाव परिवार के मुखिया व उनकी पत्नी एवं बड़े पुत्र पर पड़ता है।
7- पश्चिम दिशा के शुभ-अशुभ का प्रभाव घर के पुरुषों पर पड़ता है।
8- वायव्य कोण के शुभ-अशुभ का प्रभाव घर की महिलाओं एवं तीसरी संतान पर पड़ता है।
आमदनी पर असर डालती है उत्तर दिशा – amadani par asar daalatee hai uttar disha – वास्तु शास्त्र के अनुसार घर – vastu shastra ke anusar ghar