नाम- अं. एमनी।
परिचय- मासर मणि हकीक के समान होती है तथा इसका रंग श्वेत, लाल, पीला व काला चार प्रकार का होता है तथा ये पंकज पुष्प के सदृश चमकदार व स्निग्ध होती है।
मासर मणि दो प्रकार की होती है-
अग्नि मासर मणि- यदि अग्निवर्ण वाली मासर मणि में धागे को लपेटकर आग में डाल दिया जाए तो धागा नहीं जलता है।
जलवर्ण- जलवर्ण वाली मासर मणि को यदि जल मिश्रित दूध में डाल दिया जाए तो दूध व पानी अलग-अलग हो जाते हैं।
प्रभाव- अग्नि वर्ण वाली मासरमणि को धारण करने से व्यक्ति आग में नहीं जलता तथा जलवर्ण वाली मासर मणि को धारण करने से व्यक्ति जल में
नहीं डूबता तथा भूत, प्रेत, चोर, शत्रु आदि का भी भय नहीं रहता है।