स नक्षत्र के देव यमराज और स्वामी शुक्र है | इस राशि के दुर्गुणों कि वजह से इन्हे क्रोध ज्यादा आता है और शारीरिक सुख मे रुचि रहती है | नक्षत्र का स्वामी शुक्र होने कि वजह से ये विलासी प्रवृत्ति के होते है |संबधों का कारक शुक्र होने की वजह से संबंध बिगड़ते नही है | या तो अधिक दोस्त होते है या कम मित्रोंसे गहरी दोस्ती होती है | त्वचा पर चमक पायी जाती है | यदि कामप्रवृत्ति घटती है तो चेहरे की चमक और बढ़ती है |