kundalee mein dosh vichaar - sukhee vaivaahik jeevan ke lie jyotisheey salaah

कुंडली में दोष विचार – सुखी वैवाहिक जीवन के लिए ज्योतिषीय सलाहकुण्डली में दोष विचार – सुखी वैवाहिक जीवन के लिए ज्योतिषीय सलाह – अठारहवाँ दिन – Day 18 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kundalee mein dosh vichaar – sukhee vaivaahik jeevan ke lie jyotisheey salaah – Atharahavaan Din

विवाह के लिए कुण्डली मिलान करते समय दोषों का भी विचार करना चाहिए। कन्या की कुण्डली में वैधव्य योग, व्यभिचार योग, नि:संतान योग, मृत्यु योग एवं दारिद्र योग हो तो ज्योतिष की दृष्टि से सुखी वैवाहिक जीवन के यह शुभ नहीं होता है। इसी प्रकार वर की कुण्डली में अल्पायु योग, नपुंसक योग, व्यभिचार योग, पागलपन योग एवं पत्नी नाश योग रहने पर गृहस्थ जीवन में सुख का अभाव होता है।

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार कन्या की कुण्डली में विष कन्या योग होने पर जीवन में सुख का अभाव रहता है। पति पत्नी के सम्बन्धों में मधुरता नहीं रहती है। हलांकि कई स्थितियों में कुण्डली में यह दोष प्रभावशाली नहीं होता है अत: जन्म कुण्डली के अलावा नवमांश और चन्द्र कुण्डली से भी इसका विचार करके विवाह किया जा सकता है।

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