उपाय पढने से पहले इतना समझ लें की ज्योतिष की दृष्टि में शुक्र को बलवान बनाना तथा शान्ति करना दो अलग अलग बातें हैं। अगर शुक्र कुंडली में कारक ग्रह अर्थात केंद्र अथवा त्रिकोण का स्वामी है तथा बलहीन है तो इसका शुभ फल प्राप्त करने के इसको बलवान बनाना जरूरी है। इसका दान आदि कदापि न करें।
हीरा अथवा जरकिन, श्वेत पुखराज, सफेद मूंगा – चांदी या श्वेत धातु में मढ़वा कर पंचोपचार पूजन, प्राण प्रतिष्ठा करा कर, तर्जनी उंगली में धारण करना चाहिए।
रत्न धारण करने से ग्रह बलवान हो जाता है परन्तु ये सुनिश्चित कर लें की आपकी कुंडली के हिसाब से रत्न धारण कर सकते हैं या नहीं। अच्छा रहेगा किसी योग्य ज्योतिषी से रत्न धारण की सलाह ले लें।
शुक्रवार के दिन गुलर की जड़ को सफेद कपड़े में बांध कर व सफेद धागे में (यदि रेशम का हो तो अच्छा है) बांध कर गले या बांह में धारण करना चाहिए।
– संतान प्राप्ति की कामना से शुक्र को बलि बनाने का सबसे असरदार उपाय है हरसिंगार का पौधा लगाना तथा उसको सींचना। अपने छोटे बच्चे की तरह उसको देखभाल करनी चाहिए।
– संतान प्राप्ति के लिए दूसरा अचूक उपाय है नवरात्रि में मां दुर्गा के लिए व्रत रखना, अखंड ज्योत जलाना, दुर्गा सप्तशती का पाठ करना तथा नवमी वाले दिन 2 से 10 साल तक की कन्याओं को दूध से बनी खीरे खिलाना। संतान प्राप्ति के लिए पंचमी के दिन माँ स्कंदमाता तथा अष्टमी के दिन माँ महागौरी की विशेष पूजा की जाती है जो हम बाद में विस्तार से बताएँगे।
– लक्ष्मी जी की अराधना करें। शुक्रवार को लक्ष्मी नारायण मंदिर जाएँ। पति अपनी पत्नी को 1 गुलाब को फूल दे।
– तुरंत स्फटिक की माला धारण करें।
– स्त्री तथा अपनी पत्नी का कभी भी अनादर नहीं करना चाहिए।
– शुक्रवार को कन्याओं को खीर खिलाएं। स्वयं भी खाएं।
– स्फटिक का शिवलिंग घर में स्थापित कर भगवान् शिव तथा मातारानी से संतान प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें।
– किसी महत्त्वपूर्ण कार्य के लिए जाते समय १० वर्ष से कम आयु की कन्या का चरण स्पर्श करके आशीर्वाद लेना चाहिए।
– अपने घर में सफेद पत्थर लगवाना चाहिए।
– किसी कन्या के विवाह में कन्यादान का अवसर मिले तो अवश्य स्वीकारना चाहिए।
– शुक्रवार के दिन गौ-दुग्ध की कुछ बूंदे जल में मिलाकर स्नान करना चाहिए।
– चांदी का कड़ा पहनें।
– सफ़ेद कपड़ों तथा खुशबूदार वस्तुओं जैसे की इत्र का प्रयोग जरूर करें।
– श्रीसूक्त का पाठ करें।
– नेत्रहीन व्यक्तियों की सेवा करें
– गाय का पीला घी मंदिर में देने से भी शुक्र को बल मिलता है।
– प्रतिदिन मंदिर जाकर या घर के ही पूजाघर में निम्न श्लोक का पाठ किया जाता है.
“ऊँ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा“