guru ko kaise karen prasann

गुरु को कैसे करें प्रसन्न – चौथा दिन – Day 4 – 21 Din me kundli padhna sikhe – guru ko kaise karen prasann – Chautha Din

– दान-द्रव्य: पुखराज, सोना, कांसी, चने की दाल, खांड, घी, पीला कपड़ा, पीला फूल, हल्दी, पुस्तक, घोड़ा, पीला फल दान करना चाहिए।

– वृहस्पतिवार व्रत करना चाहिए।

– रुद्राभिषेक करना चाहिए।

– पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करें।

– साग का सेवन ज़रूर करें।

– गुढ़हल के फूल को देवताओं को अर्पित करें

– हरे प्याज और शतावरी साग का सेवन करें। इससे शरीर एकदम ठीक रहेगा।

– पुदीने का सेवन ज़रूर किया करें।

– मूली खाएं और खिलाएं भी।

– केसर का दान करें।

– वृहस्पत के दान का दिन वृहस्पतिवार होता है और सुबह का समय होता है।

– गरीबों को दही चावल खिलाने से वृहस्पत का बुरा फल समाप्त होता है।

– गुरु और शिक्षकों की सेवा से भी वृहस्पति अच्छा होता है।

– बासी भोजन करने से बृहस्पत खराब होता है।

– माता-पिता व बुजुर्गो और पितरों का ध्यान रखने वाले लोगों का वृहस्पत हमेशा बेहतर फल देता है।

– जिस दिन गुरु-पुष्य या पुनर्वसु नक्षत्र हो उस दिन नारायण भगवान, गुरु व माता पिता की सेवा ज़रूर करनी चाहिए।

– पीपल के वृक्ष की रक्षा करें तथा मंदिर की सेवा करें।

– गंदगी ना फैलाए।

– किसी भी पूजा स्थल के सामने सिर झुकाकर जाएं।

गुरु को कैसे करें प्रसन्न – guru ko kaise karen prasann – चौथा दिन – Day 4 – 21 Din me kundli padhna sikhe – Chautha Din

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