तीसरे व नवम् भाव में राहु-केतु का योग शुभ होता हैं। यह प्रराक्रम, हिम्मत, शक्ति देता हैं। बङे लोगो से सम्बन्ध बनाता हैं जिनसे लाभ मिलता हैं। राजनीति में भी लाभ होता हैं। लकिन केतु नवम् भाव का होने पर जातक के मन को तंञ-मंञ में लगा देता हैं।
उपाय : गरीब लोगो को शुक्रवार मूली का दान करें। केतु की शान्ति के लिये कुत्ते को रोटी और दुध पिलाये।