gaj kesari yog in hand

navam va teesre bhav mein - sabhee bhaavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay

नवम व तीसरे भाव में – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – navam va teesre bhav mein – sabhee bhaavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din

नवम व तीसरे भाव में कालसर्प योग बननें से भाग्योन्नति में विघ्न, बाधाएँ होती हैं, धन का अपव्यय होता हैं, कोई विश्वासघात करता हैं। लेकिन शुभ योग होने पर माँ भगवती की कृपा मिलती है तथा धन लाभ भी होता है। उपाय : लहसुनिया नग(कैट आई) सबसे छोटी रिंग में धारण करें व दुर्गा चालीसा […]

नवम व तीसरे भाव में – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – navam va teesre bhav mein – sabhee bhaavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din Read More »

teesare va navam bhav mein - sabhi bhaavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay

तीसरे व नवम भाव में – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – teesare va navam bhav mein – sabhi bhaavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din

तीसरे व नवम् भाव में राहु-केतु का योग शुभ होता हैं। यह प्रराक्रम, हिम्मत, शक्ति देता हैं। बङे लोगो से सम्बन्ध बनाता हैं जिनसे लाभ मिलता हैं। राजनीति में भी लाभ होता हैं। लकिन केतु नवम् भाव का होने पर जातक के मन को तंञ-मंञ में लगा देता हैं। उपाय : गरीब लोगो को शुक्रवार

तीसरे व नवम भाव में – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – teesare va navam bhav mein – sabhi bhaavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din Read More »

gajakesharee yog - aapakee kundalee mein shubh yog

गजकेसरी योग – आपकी कुंडली में शुभ योगगजकेशरी योग – आपकी कुंडली में शुभ योग – सत्रहवाँ दिन – Day 17 – 21 Din me kundli padhna sikhe – gajakesharee yog – aapakee kundalee mein shubh yog – Satrahavaan Din

गजकेशरी योग को असाधारण योग की श्रेणी में रखा गया है। यह योग जिस व्यक्ति की कुण्डली में उपस्थित होता है उस व्यक्ति को जीवन में कभी भी अभाव नहीं खटकता है। इस योग के साथ जन्म लेने वाले व्यक्ति की ओर धन, यश, कीर्ति स्वत: खींची चली आती है। जब कुण्डली में गुरू और

गजकेसरी योग – आपकी कुंडली में शुभ योगगजकेशरी योग – आपकी कुंडली में शुभ योग – सत्रहवाँ दिन – Day 17 – 21 Din me kundli padhna sikhe – gajakesharee yog – aapakee kundalee mein shubh yog – Satrahavaan Din Read More »

Scroll to Top