– अब हम राशियों के आधार पर ग्रहों के मिलान की चर्चा करेगें। मिलान का तरीका भाव मिलान की तरह ही है इसमें हम राशि में स्थित ग्रह को लेते हैं। इस मिलान में हम लड़का और लड़की की कुंडली के ग्रहों को राशि के अनुसार देखते हैं कि कौन सा ग्रह कौन सी राशि में स्थित है।
– लड़के की जन्म कुंडली में जिस राशि में जो ग्रह है, वही ग्रह लड़्की की कुंडली में किस राशि में गया है, यह देखना है। माना लड़के की कुंडली में गुरु वृष राशि में स्थित है और लड़की की कुंडली में तुला राशि में स्थित है, अब यह देखेगे कि दोनो राशियों का आपस में क्या संबंध बन रहा है।
– दोनो की जन्म कुण्डली में गुरु जिन राशियों में स्थित वह एक – दूसरे से 6/8 अ़क्ष पर स्थित है अर्थात वृष राशि से तुला राशि छठे भाव में आति है और तुला राशि से वृष राशि आठवें भाव में आती है। अत: दोनों की जन्म कुण्डली में गुरु की स्थिति एक्-दूसरे से सही नहीं है।
– अब हम इसी तरह से बाकी ग्रहों को भी देखेगें कि वह एक्-दूसरे से क्या संबंध बनाते हैं। जो ग्रह जिन राशियों में स्थित है वह यदि 6, 8 या 12 वें भाव में स्थित है तब उचित मिलान नही माना जाएगा। इस मिलान में भी जितने अधिक ग्रह एक्-दूसरे से सही दिशा में स्थित होगें उतना मिलान भी अच्छा होगा।