मन्त्रः-
“सुनहु देव सचराचर स्वामी ।
प्रनतपाल उर अन्तरजामी ।।”
मन्त्र की प्रयोग विधि और लाभः-
प्रभु से कुछ भी निवेदन करने से पहले यह मन्त्र १०८ बार जप लेना चाहिए ।
इस मन्त्र के प्रयोग से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है ।
मन्त्रः-
“सुनहु देव सचराचर स्वामी ।
प्रनतपाल उर अन्तरजामी ।।”
मन्त्र की प्रयोग विधि और लाभः-
प्रभु से कुछ भी निवेदन करने से पहले यह मन्त्र १०८ बार जप लेना चाहिए ।
इस मन्त्र के प्रयोग से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है ।