मन्त्रः-
“गंग सकल मुद मंगल मूला ।
सब सुख करनि हरनि सब सूला ।।”
मन्त्र की प्रयोग विधि और लाभः-
गंगा घाट पर इस मन्त्र के १०००० जप करें ।
तब गंगाजली में जल भरकर घर ले जायें । १०८ बार इस मन्त्र को जप कर गंगाजल से सारे घर में छींटे मारें, सभी उपद्रव शान्त हो जाते हैं ।
इस मन्त्र के प्रयोग से गंगाजी को प्रसन्न किया जाता है ।