आधुनिक वनस्पतिशास्त्र किसी वनस्पति के गुणों का वर्णन करता है, तो उसकी कल्पना में भी नहीं होता कि ईख का पौधा प्रात:काल में और सायंकाल में जिन गुणों से संयुक्त होता है, उनमें भारी अंतर होता है |
पृथ्वी की घूर्णन गति, सूर्य का प्रभाव, ग्रहों एवं नक्षत्रों का प्रभाव वनस्पति पर पड़ता है | समय, दिन, तिथि, नक्षत्र आदि का निर्देश इसलिए होता है |