राहु का बारहवें घर में बैठना बडा अशुभ होता है, क्योंकि यह जेल और बन्धन का मालिक है, १२ वें घर में बैठ कर अपनी महादशा अन्तर्दशा में या तो पागलखाने या अस्पताल में या जेल में बिठा देता है, यह ही नही अगर कोई सदकर्मी है, और सत्यता तथा दूसरे के हित के लिये अपना भाव रखता है, तो एक बन्द कोठरी में भी उसकी पूजा करवाता है, और घर बैठे सभी साधन लाकर देता है। यह साधन किसी भी प्रकार के हो सकते है।