गुरू को ज्योतिषशास्त्र में विवाह का कारक माना गया है। इनकी पूजा से शादी में आने वाली बाधा दूर होती है और सुंदर पत्नी प्राप्त होती है। गुरू को अनुकूल बनाने के लिए प्रत्येक गुरूवार को व्रत रखकर बृहस्पति भगवान की पूजा करें। पांच बेसन के लड्डू और चने की दाल का प्रसाद चढाएं। प्रसाद को लोगों को बांटकर स्वयं ग्रहण करें।