मन्त्रः-
“सीताराम चरन रति मोरे ।
अनुदिन बढ़उ अनुग्रह तोरे ।।”
मन्त्र की प्रयोग विधि और लाभः-
इस मन्त्र को प्रतिदिन निद्रा त्यागते ही १०८ बार पढ़ना चाहिए ।
इस मन्त्र के प्रयोग से श्रीराम-जानकी के प्रति भक्ति भावना सुदृढ़ होती है ।
मन्त्रः-
“सीताराम चरन रति मोरे ।
अनुदिन बढ़उ अनुग्रह तोरे ।।”
मन्त्र की प्रयोग विधि और लाभः-
इस मन्त्र को प्रतिदिन निद्रा त्यागते ही १०८ बार पढ़ना चाहिए ।
इस मन्त्र के प्रयोग से श्रीराम-जानकी के प्रति भक्ति भावना सुदृढ़ होती है ।