यह एक बहुत ही शक्तिशाली टोटका है। नीचे चित्र में प्रदर्शित यन्त्र को पर्याप्त बडे ग्यारह सफेद कागजों पर अनार की कलम से केसर और कस्तूरी मिश्रित स्याही से लिखें। धूप-दीप जलाकर अपने उपास्य देव को याद करें और उनसे दुर्भाग्य हटाकर अच्छे दिन देने की प्रार्थना करें। सच्चे दिल से भगवान से प्रार्थना करने के बाद पर्याप्त मात्रा में आटा लेकर गूंध लें। उस आटे की ग्यारह लोइयां बनाकर प्रत्येक में तह करके एक-एक यन्त्र रखें और इस प्रकार गोले बनाएं कि कागज पूरी तरह आटे में छिप जाए। आटे के इन गोलों को किसी नदी में डाल दें। यह कार्य लगातार ग्यारह दिन किया जाता है और वह भी सूर्य छिपने से पहले। शाम को प्रतिदिन एक निश्चित समय पर और सभी से छिपाकर इस टोटके को करने पर इसका प्रभाव और भी बढ जाता है।
