यह एक अत्यंत शक्तिशाली तावीज है, जिसे सुलेमानी तावीज भी कहा जाता है शुद्ध केसर में कस्तूरी घोलकर अनार की कलम से सफेद कागज पर इसे लिखा जाता है। इस प्रकार के दो यन्त्र तैयार करें। लोबान की धूनी देकर एक को धोकर पी लें और दूसरे को कपडें में सीकर दायीं भुजा मे बांध लें। ईश्वर की कृपा से बुरे दिन शीघ्र ही अच्छे दिनों में बदल जाएंगे।
यदि किसी व्यक्ति को किसी भी वजह से कोई परेशानी और मुश्किल पेश आ रही हो (जैसे-कारोबारी मंदी, बेकारी, निर्धनता, मुकदमा, घरेलू झंझट आदि), तो उपरोक्त नक्श को वह गुलाब व जाफरान से शुरू महीने में, मुश्तरी या जोहरा की घडी में लिखें और अपने दाहिने बाजू पर बांध ले। (स्त्री अपने बाएं बाजू पर बांधे)। हर मुश्किल और परेशानी दूर हो जाएगी। घरेलू मुश्किलें समाप्त हो जाएंगी, निर्धनता की जगह सम्पन्नता का मार्ग प्रशस्त होगा तथा मुकदमों एवं विवादों से छुटकारा मिल जाएगा। ध्यान रहे कि नक्श को नहा-धोकर एवं साफ-सुथरे कपडे पहनने के बाद ही लिखें।