भैरव सिद्धि आवश्यक है
रविपुष्प में लाये चमेली की जड़ का ताबीज भैरवजी के मंत्र से (108) सिद्ध करके पहनने से शत्रु एवं भूत-प्रेत से रक्षा होती है |
चमेली के पुष्प की माला को 108 भैरव मंत्र से सिद्ध करके पहनने से शत्रु एवं भूत-प्रेत से रक्षा होती है |
चमेली के पत्तों के रस को सिन्दूर में मिलाकर सिद्ध करके तिलक करने पर त्रिभुवन वश में हो जाते है |
चमेली की जड़ को सिद्ध करके मूलाधार पर बांधने से कामभाव बढ़ता है |
कोई स्त्री यदि चाहने पर भी आकर्षित नहीं हो रही हो, उसे चमेली के पुष्पों की माला सिद्ध करके पहनाने पर वश में हो जाती है |