सभी को किसी ना किसी को अपने वश में करना है। जो लोग लालची हैं उन्हें धन से वश में करें, जो लोग घमंडी हैं उन्हें मान-सम्मान देकर, जो मूर्ख हैं उनकी प्रशंसा करके और जो लोग विद्वान हैं उन्हें ज्ञान की बातों से वश में किया जा सकता है। वशीकरण है क्या…? यही कि जो आप बोलें, जो आप चाहें… वह ही हो जाए। कर्मचारी चाहता है कि उसका बॉस उसके वश में हो, पत्नी सोचती है पति वश में रहे, पति की भी सोच ऐसी ही रहती है। कोई दोस्त को अपने वश में करना चाहता है तो कोई अपनी औलाद को। लड़कों को लड़कियों को वश में करना है तो लड़कियों को लड़के अपने वश में चाहिए।
वशीकरण तिलक लगाने से किसी को भी अपने वश में किया जा सकता है। शुद्ध सिन्दूर, शुद्ध केसर, शुद्ध गोरोचन को समान मात्रा में लेकर किसी चांदी की डिबिया या कटोरी में रख लें। प्रातः सूर्योदय के उपरांत इस डिबिया में से तिलक लेकर भृकुटि के मध्य आज्ञाचक्र पर लगाएं। यह चक्र हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण स्थान है, जहां शरीर की प्रमुख तीन नाडि़यां इड़ा, पिंगला व सुषुम्ना आकर मिलती हैं, इसलिए इसे त्रिवेणी या संगम भी कहा जाता है। तिलक लगाते वक्त निम्नलिखित मन्त्र का जाप करें ऊँ नमः सर्व लोक वशंकराय कुरु कुरु स्वाहा।