अनुशासन के पक्के,चीज़ों को सलीके से सहेजने वाले,भावुक्ताओं की सीमाओं को लांघने वाले,उकसाने पर अपना भला बुरा छोड़ कर दूसरों के लिए सब कुछ करने वाले,यह ही हैं मांगलिक इंसान के गुण।इनकी एक खूबी और भी होती है।इनके खुद के काम सदा अधूरे पड़े रहते हैं क्योंकि इनके पास सबके लिए समय होता है बस अपने लिए नही।यदि कुंडली मैं मंगल अच्छी अवस्था मैं हो तो जातक मेकॅनिकल इंजिनियर,सेना,मेडिकल आदि के क्षेत्र मैं काम करता है।और यदि खराब अवस्था मैं हो तो जातक लापरवा।धूर्त,शराबी और लड़ाई मारपीट मैं अग्रणी होता है।
विवाह हेतु निवारण-
• विवाह के समय वर जब वधू के साथ फेरे ले रहा हो तब पहले तुलसी के साथ फेरे ले ले इससे मंगल दोष तुलसी पर चला जाता है और वैवाहिक जीवन में मंगल बाधक नहीं बनता है।
• मंगलवार के दिन व्रत रखकर सिन्दूर से हनुमान जी की पूजा करने एवं हनुमान चालीसा का पाठ करने से मंगली दोष शांत होता है।
• कार्तिकेय जी की पूजा से भी इस दोष में लाभ मिलता है।
• महामृत्युजय मंत्र का जप सर्व बाधा का नाश करने वाला है। इस मंत्र से मंगल ग्रह की शांति करने से भी वैवाहिक जीवन में मंगल दोष का प्रभाव कम होता है।
• लाल वस्त्र में मसूर दाल, रक्त चंदन, रक्त पुष्प, मिष्टान एवं द्रव्य लपेट कर नदी में प्रवाहित करने से मंगल अमंगल दूर होता है।