नक्षत्र स्वामी मंगल नवम में भाग्य में संतान, विद्या उत्तम होती है। पंचम में हो तो आयु में कष्ट रहता है। बाहर से लाभ होता है। द्वितिय भाव में हो तो विद्या, कुटुंब, संतान आदि से लाभ पाए। शनि उच्च स्वराशि का हो तो उत्तम लाभ मिलता है।
dhanu lagna dhanishta nakshatra – धनु लग्न धनिष्ठा नक्षत्र – धनु लग्न धनिष्ठा नक्षत्र – Feel the constellation Sagittarius dhanistha