प्रभाव

shani tale

शनि कथा – शनि ग्रह प्रभाव | Shani tale – shani grah prabhaav

  एक समय स्वर्गलोक में सबसे बड़ा कौन के प्रश्न को लेकर सभी देवताओं में वाद-विवाद प्रारम्भ हुआ और फिर परस्पर भयंकर युद्ध की स्थिति बन गई. सभी देवता देवराज इंद्र के पास पहुंचे और बोले, देवराज! आपको निर्णय करना होगा कि नौ ग्रहों में सबसे बड़ा कौन है? देवताओं का प्रश्न सुनकर देवराज इंद्र […]

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remedy for unlucky saturn

अशुभ शनि के लिए उपाय – शनि ग्रह प्रभाव | Remedy for unlucky Saturn – shani grah prabhaav

  शनि ग्रह के अशुभ प्रभावों को दूर करने के लिए निम्नलिखित उपाय करने चाहिएं : 1. शनि ग्रह के तांत्रिक मंत्र का प्रतिदिन 107 बार पाठ करें। मंत्र है क्क प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः। शनि मन्त्र के अनुष्ठान की मन्त्र जाप संख्या है 23, 000 है। 2. शनि ग्रह का यंत्र गले

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hallmark of unlucky saturn

अशुभ शनि की पहचान – शनि ग्रह प्रभाव | Hallmark of unlucky saturn – shani grah prabhaav

  जन्मकुंडली में शनि ग्रह अशुभ प्रभाव में होने पर व्यक्ति को निर्धन, आलसी, दुःखी, कम शक्तिवान, व्यापार में हानि उठाने वाला, नशीले पदार्थों का सेवन करने वाला, अल्पायु निराशावादी, जुआरी, कान का रोगी, कब्ज का रोगी, जोड़ों के दर्द से पीड़ित, वहमी, उदासीन, नास्तिक, बेईमान, तिरस्कृत, कपटी, अधार्मिक तथा मुकदमें व चुनावों में पराजित

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remedy for auspicious shani

शुभ शनि के लिए उपाय – शनि ग्रह प्रभाव | Remedy for auspicious Shani – shani grah prabhaav

  शुभ तथा सम शनि ग्रह के प्रभाव में वृद्धि करने के लिए निम्नलिखित उपाय करें। १. शनिवार को नीलम रत्न धारण करें। नीलम रत्न चांदी अथवा लोहे की अंगूठी में मध्यमा अंगुली में धारण करना चाहिए। अंगूठी इस प्रकार बनवाएं कि नीलम नीचे से आपकी त्वचा को छूता रहे। नीलम धारण करने से पहले

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shanidev prayer

शनिदेव प्रार्थना – शनि ग्रह प्रभाव | Shanidev Prayer – shani grah prabhaav

  हे शनिदेव, तेरी महिमा अपरमपार है। मेरी तुमसे यही प्रार्थना है मेरे से कभी भी अन्याय, अत्याचार, दूराचार, पापाचार, व्यभिचार ना हो। दुःख और सुख जीवन का हिस्सा हैं। सुख में अभिमान ना करूँ। दुःख के समय मुझे इतनी शक्ति दो कि मैं उसका सामना कर सकूँ। हे शनिदेव ! मैं तेरी सन्तान हूँ।

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factor of saturn

शनि ग्रह के कारकत्व – शनि ग्रह प्रभाव | Factor of saturn – shani grah prabhaav

  शनि ग्रह सामान्यतया जिन वस्तुओं का कारक है वे हैं : जड़ता, आलस्य, रुकावट, घोड़ा, हाथी, चमड़ा, बहुत कष्ट, रोग, विरोध, दुःख, मरण, दासी, गधा, अथवा खच्चर, चांडाल, विकृत अंगों वाले व्यक्ति, वनों में भ्रमण करने वाले, डरावनी सूरत, दान, स्वामी, आयु, नपुंसक, दासता का कर्म, अधार्मिक कृत्य, पौरुषहीन, मिथ्या, भाषण, वृद्धावस्था, नसें, परिश्रम,

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