मांगलिक दोष के लक्षण

donation of mars

मंगल वस्तुओ का दान – मांगलिक दोष | Donation of Mars – manglik dosh

  1। मंगल ग्रह से संबंधित वस्तुओ का दान करने से मंगल ग्रह शांति होती है जैसे मसूर की दाल, तॉबे का बर्तन एवं सिक्का, व कम से कम एक मूंगा व यथा शक्ति दक्षिणा रखकर लाल कपडे की पोटली बनायें एवं मंगलवार के दिन अथवा जिस दिन मेष या वृश्चिक राशि में चंदमा हो […]

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manglik nature

मांगलिक जातक का स्वभाव – मांगलिक दोष | Manglik’s nature – manglik dosh

  कोई जातक चाहे वह स्‍त्री हो या पुरुष उसके मांगलिक होने का अर्थ है कि उसकी कुण्‍डली में मंगल अपनी प्रभावी स्थिति में है. शादी के लिए मंगल को जिन स्‍थानों पर देखा जाता है वे 1,4,7,8 और 12 भाव हैं. इनमें से केवल आठवां और बारहवां भाव सामान्‍य तौर पर खराब माना जाता

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mangalnath ujjain

मंगलनाथ उज्जैन – मांगलिक दोष | Mangalnath Ujjain – manglik dosh

  मंगलनाथ उज्जैन के प्राचीन शहर में स्थित भगवान शिव को समर्पित एक पवित्र मंदिर है। यह मंदिर मुख्य शहर के शोर और भीड़भाड़ से दूर स्थित है। यह मंदिर शिप्रा नदी के पास स्थित है। मत्स्य पुराण के अनुसार ऐसी मान्यता है कि मंगलनाथ मंगल ग्रह का जन्म स्थान है। इस मंदिर में आने

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what is manglik defect?

क्या होता हैं मांगलिक दोष? – मांगलिक दोष | What is Manglik defect? – manglik dosh

  जहां एक ओर मंगल की स्थिति से रोजी रोजगार एवं कारोबार मे उन्नति और प्रगति होती है तो दूसरी ओर इसकी उपस्थिति वैवाहिक जीवन के सुख बाधा डालती है. कुण्डली में जब प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम अथवा द्वादश भाव में मंगल होता है तब मंगलिक दोष (manglik dosha)लगता है. लेकिन सिर्फ इतने से ही

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according to astrology

ज्योतिष के अनुसार – मांगलिक दोष | According to astrology – manglik dosh

  ज्योतिष के अनुसार मंगल की चार भुजाएँ है | इनके शारीर के रोए लाल है तथा इनके हाथो में अभय मुद्रा, त्रिशूल, गदा और वर मुद्रा है | इन्होने लाल माला और लाल वस्त्र धारण कर रखे है | इनके मस्तक पर स्वर्ण मुकुट है तथा ये मेष ( मेंढा ) के वहां पर

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what are the mangal defects?

क्या हैं मांगलिक दोष? – मांगलिक दोष | What are the mangal defects? – manglik dosh

  आज के समाज में जहाँ एक ओर ज्योतिष के नकारने वालों की संख्या बढ़ी हैं , वही आश्चर्यजनक ढंग से ज्योतिष को मानने वालों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हुयी हैं . जब आप ज्योतिष के चमत्कारों को खुद महसूस करते हैं तो आपका मन ज्योतिष को मानने पर मजबूर होता हैं और साथ

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manglik dosh

मांगलिक दोष – मांगलिक दोष | Manglik Dosh – manglik dosh

  मांगलिक दोष होने पर इसका सरल और उत्तम उपचार है कि जिनसे वैवाहिक सम्बन्ध होने जा रहा हो उसकी कुण्डली में भी यह दोष वर्तमान हो। अगर वर और वधू दोनों की कुण्डली में समान दोष बनता है तो मंगल का कुप्रभाव स्वत: नष्ट हो जाता है। जिस कन्या की कुण्डली में मंगल 1,

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method of identification

पहचान का तरीका – मांगलिक दोष | Method of identification – manglik dosh

  किसी कि कुण्डली में मांगलिक दोष है इसकी पहचान का तरीका यह है कि जब मंगल कुण्डली में प्रथम भाव यानी लग्न में होता है तो मांगलिक कहलाता है इसी प्रकार जब मंगल लग्न से चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान पर होता है तो मांगलिक कुण्डली कहलाती है. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार मांगलिक दो

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manglik dosha and marital life

मांगलिक दोष और वैवाहिक जीवन – मांगलिक दोष | Manglik Dosha and Marital Life – manglik dosh

  वैदिक ज्योतिष में मंगल को लग्न, द्वितीय, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम और द्वादश भाव में दोष पूर्ण माना जाता है।इन भावो में उपस्थित मंगल वैवाहिक जीवन के लिए अनिष्टकारक कहा गया है।जन्म कुण्डली में इन पांचों भावों में मंगल के साथ जितने क्रूर ग्रह बैठे हों मंगल उतना ही दोषपूर्ण होता है जैसे दो क्रूर

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mythological accounts

पौराणिक वृत्यांत – मांगलिक दोष | Mythological accounts – manglik dosh

  मंगल ग्रह की उत्पत्ति का पौराणिक वृत्यांत स्कंद पुराण के अवंतिका खण्ड में आता है की एक समय उज्जयिनी पुरी में अंधक नाम से प्रसिद्ध दैत्य राज्य करता था | उसके महापराक्रमी पुत्र का नाम कनक दानव था | एक बार उस महाशक्तिशाली वीर ने युध्य के लिए इन्द्र को ललकारा तब इन्द्र ने

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