नक्षत्र स्वामी शनि

kark lagn uttara bhaadrapad

कर्क लग्न उत्तरा भाद्रपद – उत्तरा भाद्रपद – Cancer ascendant Uttara Bhadrapad – kark lagn uttara bhaadrapad

कर्क लग्न में शनि अकारक ही रहेगा यदि गुरु शुभ रहा तो उत्तम फल मिलेंगे। kark lagn uttara bhaadrapad – कर्क लग्न उत्तरा भाद्रपद – कर्क लग्न उत्तरा भाद्रपद – Cancer ascendant Uttara Bhadrapad  

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meen lagna uttara bhadrapada

मीन लग्न उत्तरा भाद्रपद – उत्तरा भाद्रपद – Pisces ascendant Uttara Bhadrapad – meen lagna uttara bhadrapada

मीन लग्न में नक्षत्र स्वामी षष्ठ एकादश में ही शुभ फलदायी रहेगा। राशि स्वामी गुरु लग्न द्वितीय, पंचम, षष्ठ, नवम, दशम भाव में शुभ फलदायी रहेगा। इस प्रकार शनि यदि कुंडली में कारक हो तो ऐसेथिस्ट पहने व गुरु की स्थिति उत्तम हो तो पुखराज धारण करने से इसके शुभ परिणाम मिलेंगे। meen lagna uttara

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vrishabh lagna shatabhisha

वृषभ लग्न शतभिषा – शतभिषा – Taurus ascendant shatabhisha – vrishabh lagna shatabhisha

वृषभ लग्न में राहु हो तो ऐसे जातक पर स्त्री गामी भी होते हैं। द्वितीय भाव में होता वाणी में चतुरता होती है। सिंह, कन्या, मकर, कुंभ में हो तो उत्तम परिणाम देता है। अष्टम में हो तो गुप्त विद्या का जानकार बना देता है। वही ऐसे जातक भी सेक्सी होते हैं। यदि शनि का

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mithun lagn shatabhisha

मिथुन लग्न शतभिषा – शतभिषा – Gemini ascendant shatabhisha – mithun lagn shatabhisha

मिथुन लग्न में नक्षत्र स्वामी राहु लग्न में ऐसे हो तो राजनीति में उत्तम सफलता पाते हैं। वकालत में भी सफल होते हैं। चतुर्थ भाव में हो तो स्थानीय राजनीति में उत्तम सफलता मिलती है। तृतीय भाव में हो तो शत्रुहंता होगा। शनि की स्थिति में शनि में लग्न, चतुर्थ, नवम, पंचम में हो तो

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vrshchik lagn shatabhisha

वृश्चिक लग्न शतभिषा – शतभिषा – Scorpio ascendant shatabhisha – vrshchik lagn shatabhisha

वृश्चिक लग्न में राहु दशम, एकादश, चतुर्थ, तृतीय भाव में शुभफलदायी रहेगा। वहीं शनि की स्थिति सप्तम, एकादश, तृतीय भाव में नवम में हो तो ठीक रहेगा वहीं शनि दशम में सप्तम, द्वितीय, तृतीय, एकादश में शुभफलदायी रहेगा। vrshchik lagn shatabhisha – वृश्चिक लग्न शतभिषा – वृश्चिक लग्न शतभिषा – Scorpio ascendant shatabhisha  

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uttara bhaadrapad parichay

उत्तरा भाद्रपद परिचय – उत्तरा भाद्रपद – Uttara Bhadrapad About – uttara bhaadrapad parichay

उत्तरा भाद्रपद आकाश मंडल में 26वाँ नक्षत्र है। यह मीन राशि के अंतर्गत आता है। इसे दू, थ, झ नाम से जाना जाता है। उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र का स्वामी शनि है। वहीं राशि स्वामी गुरु है। शनि गुरु में शत्रुता है। कहीं इनका तालमेल व पंचधामेत्री चक्र में जिस जातक की कुंडली में मित्र का

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parichay nakshatr

परिचय नक्षत्र – नक्षत्र के वृक्ष द्वारा अपनी समस्याओं को दूर करें – About Star – parichay nakshatr

मानवीय जीवन में नक्षत्र का काफी महत्वपूर्ण स्थान है।ऐसी मान्यताएं है कि जिस व्यक्ति का जन्म जिस व्यक्ति का जन्म जिस नक्षत्र में होता है, उस क्षेत्र के पेड़ की पूजा करने से व्यक्ति की शारीरिक, मानसिक, आर्थिक, सामाजिक स्थिति सुढ बनी रहती है, यही कारण है कि सदियों पहले जिस नई सभ्यता ने जिस

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shani grah nakshatra

शनि ग्रह नक्षत्र – स्वामी ग्रह नक्षत्र – Saturn Star – shani grah nakshatra

जिन नक्षत्रों के स्वामी शनि है. उस नक्षत्रों से सम्बंधित व्यक्तियों को निम्न प्रयोग करने चाहिए. (अ) शनिवार के दिन पीपल पर थोड़ा सा सरसों का तेल चडाना. (आ) शनिवार के दिन पीपल के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाना. (इ) शनिवार के दिन और जन्म नक्षत्र के दिन पीपल को स्पर्श करते हुए

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