ईशान कोण (जल स्थान )में क्या हो, क्या न हो? – वैदिक वास्तु शास्त्र – ishan kon (jal sthan )mein kya ho, kya na ho? – vedic vastu shastra
वास्तु शास्त्र में ईशान कोण का वृहद् महत्व्य बताया गया है | यह वह स्थान है जिस पर गुरु ग्रह व्र्हस्पति का अधिपत्य है | साथ ही यहाँ वास्तु पुरुष का मस्तक भी है जिसे महादेव शिव का शीश होने की संज्ञा भी दी जाती है | शायद ऐसा इसलिए है क्यूंकि उत्तर और पूर्व […]