kundli me pitra dosh in hindi

रावण संहिता के अनुसार पितृ दोष के उपाय

रावण संहिता के अनुसार पितृ दोष के उपाय

रावण संहिता के अनुसार पितृ दोष के उपाय : जिन लोगों को पितृ दोष है, उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यहां हम कुछ लक्षण दे रहे हैं जो कुंडली में पितृ दोष का संकेत देते हैं। Lal Kitab in Hindi यदि कुंडली के पहले, दूसरे, चौथे, पांचवें, सातवें, नौवें और दसवें घरों […]

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surya krit pitra dosh nivaran

सूर्यकृत पितृदोष निवारण – सरल टोटके – surya krit pitra dosh nivaran – saral totke

1. शुक्लपक्ष के प्रथम रविवार के दिन घर में विध विधान से सूर्ययंत्र स्थापित करें। सूर्य को नित्य तांबे के पात्र में जल लेकर अघ्र्य दें। जल में कोई लाल पुष्प चावल व रोली अवश्य मिश्रित कर लें। जब घर से बाहर जाएं तो यंत्र दर्शन जरूर करें। 2. निम्न मंत्र का एक माला नित्य

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mangalkot pitra dosh nivaran

मंगलकृत पितृदोष निवारण – सरल टोटके – mangalkot pitra dosh nivaran – saral totke

1. शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार के दिन घर में मंगल यंत्र पूर्ण विधि विधान से स्थापित करें । जब घर के बाहर जाएं तो यंत्र दर्शन अवश्य करके जाएं। 2. नित्य प्रातःकाल उगते हुए सूर्य को अघ्र्य दें। 3. निम्य एक माला जप निम्न मंत्र का करें। ऊं अंगारकाय विद्महे, शक्तिहस्ताय, धीमहि तन्नो भौमः

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pitra dosh prabhav evam upay

पित्र दोष प्रभाव एवं उपायपित्र दोष परभाव एवं उपाय – सोलहवां दिन – Day 16 – 21 Din me kundli padhna sikhe – pitra dosh prabhav evam upay – Solahavaan Din

कुण्डली में सूर्य एवं गुरु ग्रह पिता एवं गुरुजन को प्रतिनिधितव करते है । ऐसे में इन ग्रह के पीड़ित होने पर कुण्डली में पितृ दोष उत्पन्न होता है। किसी भी व्यक्ति की कुण्डली में राहु, सूर्य और गुरु ग्रहों की युति, दृष्टी एवं राशि परिवर्तन पितृ दोष उत्पन्न करते है । पितृ दोष के

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prashn kundalee ke aadhaar par dev pitraadee dosh aur nivaaran

प्रश्न कुंडली के आधार पर देव पित्रादि दोष और निवारणप्रश्न कुंडली के आधार पर देव पित्रादी दोष और निवारण – सोलहवां दिन – Day 16 – 21 Din me kundli padhna sikhe – prashn kundalee ke aadhaar par dev pitraadee dosh aur nivaaran – Solahavaan Din

1. प्रश्न के समय मेष लग्न आए तो पितृ दोस समझाना चाहिए इस दोष का बुरा परिणाम गर्मी, तृष्णा, चिंता, बुखार, वमन, और शर में पीड़ा होती है। इसकी शांति हेतु ब्राह्मिण भोजन, तर्पण, पिंडदान व पांच दिनो तक एक एक घड़ा जल पीपल कि जड़ो में डाले और पीपल कि पूजा करे इससे पितृ-दोष

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uttar ke dosh धन हानि व तनाव के कारण

उत्तर के दोष धन हानि व् तनाव के कारण – वैदिक वास्तु शास्त्र – uttar ke dosh धन हानि व तनाव के कारण – vedic vastu shastra

कुछ दिन पूर्व पंडित जी पष्चिम विहार के एक व्यापारी के यहां वास्तु परीक्षण करने गये थे! घर देखने पर उन्होंने बताया कि कुछ समय से निर्यात का काम ठीक नहीं चल रहा है! घर की बड़ी महिला अक्सर बीमार रहती है! परिवार में मतभेद रहते हैं तथा घर में छोटे बेटे को उचित सम्मान

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pitr dosh ke shaanti ke upaay

पितृ दोष के शांति के उपाय – पितृ दोष निवारण उपाय – pitr dosh ke shaanti ke upaay – pitra dosh nivaran upay

1. कुंडली में पितृ दोष बन रहा हो तब जातक को घर की दक्षिण दिशा की दीवार पर अपने स्वर्गीय परिजनों का फोटो लगाकर उस पर हार चढ़ाकर रोजाना उनकी पूजा स्तुति करना चाहिए। उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है। 2. अपने स्वर्गीय परिजनों की निर्वाण तिथि पर जरूरतमंदों अथवा गुणी

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mangalkot pitra dosh nivaran

मंगलकृत पितृदोष निवारण – किया कराया, जादू टोना – mangalakrt pitrdosh nivaaran – jadu tona kiya karaya ke upay

1. शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार के दिन घर में मंगल यंत्र पूर्ण विधि विधान से स्थापित करें । जब घर के बाहर जाएं तो यंत्र दर्शन अवश्य करके जाएं।2. नित्य प्रातःकाल उगते हुए सूर्य को अघ्र्य दें।3. निम्य एक माला जप निम्न मंत्र का करें। ऊं अंगारकाय विद्महे, शक्तिहस्ताय, धीमहि तन्नो भौमः प्रचोदयात्।।4. शुक्लपक्ष

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