kundli na mile to kya kare

kundali aur gun milaan - sukhi vaivahik jeevan ke lie jyotisheey salaah

कुंडली और गुण मिलान – सुखी वैवाहिक जीवन के लिए ज्योतिषीय सलाह – अठारहवाँ दिन – Day 18 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kundali aur gun milaan – sukhi vaivahik jeevan ke lie jyotisheey salaah – Atharahavaan Din

उपरोक्त बातों की जांच पड़ताल करने के बाद वर और वधू की कुण्डली मिलान कराना चाहिए। कुण्डली मिलान करते समय जन्म कुण्डली की सत्यता पर भी ध्यान देना चाहिए। मेलापक में 36 गुणों में से कम से कम 18 गुण मिलना शुभ होता है। मेलपाक में 18 गुण होने पर इस इस बात का ध्यान […]

कुंडली और गुण मिलान – सुखी वैवाहिक जीवन के लिए ज्योतिषीय सलाह – अठारहवाँ दिन – Day 18 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kundali aur gun milaan – sukhi vaivahik jeevan ke lie jyotisheey salaah – Atharahavaan Din Read More »

var-kanya ki kundali

वर-कन्या की कुंडली – बारहवां दिन – Day 12 – 21 Din me kundli padhna sikhe – var-kanya ki kundali – Barahavaan Din

वर-कन्या की कुंडली में विवाह से संबंधित ग्रह और भावों की प्रवृति में उत्तम तालमेल हो तो उनके उत्तरदायित्वों के वहन में सफलता प्राप्त होती है और दाम्पत्य जीवन में समरसता बनी रहती है। पति की कुंडली के प्रत्येक भाव और उसमें स्थित ग्रह का पत्नी के तत्संबंधित भाव, लग्न या ग्रह आदि से उत्तम

वर-कन्या की कुंडली – बारहवां दिन – Day 12 – 21 Din me kundli padhna sikhe – var-kanya ki kundali – Barahavaan Din Read More »

melapak vichar

मेलापक विचार – बारहवां दिन – Day 12 – 21 Din me kundli padhna sikhe – melapak vichar – Barahavaan Din

आयु, कर्म, धन, विद्या एवं मृत्यु ये पांचो चीजें गर्भावस्था में ही विधाता के द्दारा सुनिश्चित हो जाती है, अर्थात मनुष्य के पूर्वकर्मानुसार उसके भाग्य का निर्माण हो जाता है। विवाह पूर्व ज्योतिष द्दारा वर / कन्या की कुण्डली मिलान करते समय वर्णादि अष्टकूट गुण मिलान की संख्या पर कम उसके आधारभूत भावों तथा व्यवहारिक

मेलापक विचार – बारहवां दिन – Day 12 – 21 Din me kundli padhna sikhe – melapak vichar – Barahavaan Din Read More »

vivah aur nadi milan

विवाह और नाड़ी मिलान – ग्यारहवाँ दिन – Day 11 – 21 Din me kundli padhna sikhe – vivah aur nadi milan – Gyarahavaan Din

विवाह में वर-वधू के गुण-मिलान में नाड़ी का महत्व इसी से ज्ञात होता है कि 36 गुणांक में 8 गुणांक नाड़ी के होते हैं। दो अपरिचितों की मनःस्थिति और शारीरिक सामंजस्य की जानकारी नाड़ियों के मिलान से की जाती है। भावी संतान सुख की जानकारी भी नाड़ी से ही मिलती है। वर-कन्या के जन्म नक्षत्र

विवाह और नाड़ी मिलान – ग्यारहवाँ दिन – Day 11 – 21 Din me kundli padhna sikhe – vivah aur nadi milan – Gyarahavaan Din Read More »

nav pancham ka parihaar

नव पंचम का परिहार – नौवां दिन – Day 9 – 21 Din me kundli padhna sikhe – nav pancham ka parihaar – Nauvan Din

नव पंचम दोष का परिहार भी शास्त्रों में दिया गया है। जब वर-वधु की चंद्र राशि एक-दूसरे से 5/9 अक्ष पर स्थित होती है तब नव पंचम दोष माना जाता है। नव पंचम का परिहार निम्न से हो जाता है। – यदि वर की राशि से कन्या की राशि पांचवें स्थान पर पड़ रही हो

नव पंचम का परिहार – नौवां दिन – Day 9 – 21 Din me kundli padhna sikhe – nav pancham ka parihaar – Nauvan Din Read More »

kundali milan mein aane wali kathinaiyan athava kamiyan

कुंडली मिलान में आने वाली कठिनाइयाँ तथा कमियाँ – पाचवा दिन – Day 5 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kundali milan mein aane wali kathinaiyan athava kamiyan – Paanchavaan Din

ऐसा कहा जाता हैं कि ज्योतिष शास्त्र एक विज्ञान हैं, परन्तु ज्योतिषी हमेशा वैज्ञानिक नहीं होता क्योंकि उसके द्वारा कुंडली देखकर लगाये जाने वाले अनुमानों की प्रामाणिकता का पता नहीं लगाया जा सकता क्योंकि कोई भी मनुष्य भविष्य के गर्भ में झांक कर नहीं देख सकता कि आने वाले समय में क्या घटना घटित होने

कुंडली मिलान में आने वाली कठिनाइयाँ तथा कमियाँ – पाचवा दिन – Day 5 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kundali milan mein aane wali kathinaiyan athava kamiyan – Paanchavaan Din Read More »

Scroll to Top