पित्तरों के प्रति श्रद्धा भाव – पितृदोष | Reverence for fathers – pitrdosh
पित्तर अपने कुल से मात्र अपने प्रति श्रृद्धा अपना स्मरण अपना आदर तथा अपने प्रति उचित संस्कार की ही अपेक्षा रखते है और यह भी सत्य है कि उनका श्राद्ध करने उनके नाम से दान धर्म करने संस्कार करने स्मारक आदि बनाने का पुण्य फल एवं यश करने वाले को ही प्राप्त होता है […]
पित्तरों के प्रति श्रद्धा भाव – पितृदोष | Reverence for fathers – pitrdosh Read More »