वास्तुअनुसार दुकान का गल्ला
मकान हो या दूकान सभी जगह पंचतत्त्वों की उपस्थिति होती है। वास्तु अनुसार यही पंचतत्त्वों का वास्तु में विशेष महत्व है। वास्तु अनुसार किसी भी दुकान में गल्ले को काफी महत्व दिया गया है इसीलिए इस गल्ले का उचित दिशा में होना बेहद जरूरी होता है वास्तु में दुकान के गल्ले से जुड़े कुछ खास नियम बताये गए है जिनका यदि पालन किया जाय तो आपको निश्चित ही लाभ प्राप्त हो सकते है. दुकान के गल्ले व इसके आस पास की जगह को साफ़ सुथरा रखना चाहिए. गल्ले, तिजोरी, मालिक या मैनेजर की जगह के ऊपर कोई बीम नहीं होना चाहिए। यह व्यवसाय में रोड़ा बन सकता है। दुकान की तिजोरी को पश्चिम या दक्षिण दीवार के सहारे रखना शुभ होता है जिससे उसका मुख उत्तर या पूर्व दिशा की ओर हो। दूकान से धन लाभ के लिए तिजोरी / कैश बॉक्स में कुबेर यंत्र या श्रीयंत्र अवश्य रखें तथा नगद पेटी या गल्ला कभी खाली न रखें। गल्ले या मेज पर पैर रखकर कभी भी नहीं बैठें। दूकान के मालिक या कर्मचारी जब भी दान दें तो दक्षिण तथा पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके दान नहीं दे ऐसा करने से धन की हानि होती है। पूजा घर में या भगवान की मूर्ति के नीचे तिजोरी-गल्ला या पैसा नहीं रखना चाहिए। धन के देवता कुबेर का निवास उत्तर दिशा में होता है, इसलिए तिजोरी या धन रखने की अलमारी उत्तर दिशा में रखना शुभ होता है। अगर उत्तर दिशा में तिजोरी रखना संभव न हो तो इसे पूर्व दिशा में भी रखा जा सकता है। गल्ले या तिजोरी में कुबेर यंत्र रखना चाहिए, ऐसा करने से बिजनेस में लगातार उन्नति होती है। तिजोरी को ऐसी जगह रखना चाहिए, जहां हर किसी की नजह उस पर न पड़े। ऐसा होना शुभ नहीं माना जाता। ”
गल्ले का वास्तु – galle ka vastu – दुकान का वास्तु – dukaan ka vastu