एयर कंडीशनर का वास्तु वास्तु के अनुसार एयर कंडीशनर
गर्मी आते ही घरों में एसी, कूलर अदि लगने शुरू हो जाते हैं। एसी की मशीन का संबंध अग्नि तत्व से है, क्योंकि वो एक बिजली का बड़ा उपकरण है, जो ठंडक पैदा करने के लिए बहुत ज्यादा गर्मी उत्पन्न करता है। इसलिए इसके लगाए जाने के स्थान को लेकर कुछ सावधानियां रखनी होती हैं।
A.C को हमेशा अपने कमरे के पश्चिम या उत्तर दिशा में रखें। उन्हें दक्षिण-पूर्व दिशा या उत्तर-पश्चिम दिशा में रखने से बचें क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा ला सकता है। यदि एक कमरे की दक्षिण दीवार पर एयर कंडीशनर (A.C) लगाया जाता है, तो इससे व्यवसाय में नुकसान हो सकता है। दक्षिण-पश्चिम की दीवार में लगा A.C नियमित नुकसान ला सकता है।
एयर कंडीशनर (A.C) गर्म तापमान से राहत देकर आपको ठंडक और सुकून का एहसास कराता है, वह भी बगैर शोर शराबे के। यही कारण है कि अब पंखे और कूलर से ज्यादा एसी का चलन तेजी से बढ़ रहा है। दफ्तर में तो पूरे आठ घंटे आप एसी में बैठते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लंबे समय तक एसी में बैठना आपके लिए बेह हानिकारक हो सकता है।
लंबे समय तक एसी में रहने से आपको लगातार हल्का बुखार और थकान बने रहने की समस्या हो सकती है। इतना ही नहीं इसका तापमान ज्यादा कम करने पर आपको सिरदर्द और चिड़चिड़ाहट महसूस हो सकती है। अगर आप एसी से निकलकर सामान्य तापमान या गर्म स्थान पर जाते हैं तो आप लंबेसमय तक बुखार से पीड़ित हो सकते हैं।”
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