जब भी कभी फर्नीचर खरीदें, तो इस बात का जरुर ध्यान रखें कि वह किस तरह की लकड़ी से बनी है। यानि की हमेशा नीम, शीशम, अशोका, चंदन, सागवान, साल, अर्जुन से बनी हो। वही फर्नीचर खरीदें।
अगर आप फर्नीचर में किसी भी तरह की डिजाइन बनवाना चाहते है, तो उसमें फूल, मछली, सूरज. राधा-कृष्ण, गाय हाथी आदि की आकृति बनाएं। इसके साथ ही डार्क पॉलिश न करा कर हल्के रंग की पॉलिश कराएं। यह शुभ साबित होगा।
कई बार होता है कि फर्नीचर बनवाते समय हम किनारे नुकीले कर देते है। जो कि सही नहीं है। यह आपके लिए हानिकारक साथ ही घर में नकारात्मक ऊर्जा भी लाता है। इसलिए हमेशा गोल आकार में ही किनारा बनवाएं।
अगर आप ऑफिर में फर्नीचर का इस्तेमाल करना चाहते है, तो स्टील का खरीदें। इससे सकारात्मक ऊर्जा आने के साथ-साथ धन की वृद्धि होती है।
अगर बेड के हेडबोर्ड की डायरेक्शन साउथ या वेस्ट में हो, तो आपको हेडबोर्ड के सामने वाली दीवार को डेकोरेट करना चाहिए। इससे उस बेड पर सोने वाली की सेहत अच्छी रहती है।
आपके घर का वास्तु और उनका फर्नीचर से संबंध part 3 – aapke ghar ka vastu aur unka pharneechar se sambandh part 3 – वास्तु शास्त्र के अनुसार फर्नीचर – vastu shastra ke anusaar furniture