वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन में अत्यधिक महत्व है। चूंकि घर हो, ऑफिस हो या दुकान। यह सभी स्थान वास्तु से प्रभावित रहते हैं। इसलिए यहां के वास्तु दोषों को समाप्त करना अति आवश्यक होता है। वास्तु दोष को समाप्त करने के कुछ टिप्स नीचे दिए गए हैं-
1 – किसी भी भवन के निर्माण के पूर्व उसकी नींव खोदी जाती है। अगर नींव खोदते समय भूखण्ड से रूई या कोयला निकलता है तो अशुभ माना जाता है। ऐसे भूखण्ड पर भवन बनाने का विचार त्याग देना चाहिए।
2 – यदि भवन के पिछवाड़े गहरा गड्ढा, कुआं या काफी नीचा स्थल हो तो वह भी परेशानी पैदा करता है। यदि ऐसा है तो उसे समतल करवा दें। दोष समाप्त हो जाएगा।
3 – निर्मित भवनों के कोने आमने-सामने न हों अन्यथा मस्तिष्क पर नुकीला प्रभाव पड़ेगा।
4 – भवन के पास बड़े व भारी वृक्ष न हों। इनसे नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
5 – छत पर चील, कौए आदि के बैठने से इनकी परछाई भवन पर पड़ती है जो शुभ नहीं है।
6 – घर के सामने या बाईं ओर मंदिर न हो। मंदिर की परछाई भी घर पर नहीं पडऩी चाहिए।
7 – भूखण्ड के चारों कोणों का अनुपात सही न होने पर भी मानसिक अशांति बनी रहती है।
8 – घर के आस-पास रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, सिनेमाघर, स्कूल या आवागमन के सार्वाजनिक स्थान नहीं होना चाहिए। इनसे मानसिक तनाव पड़ता है।
नींव खोदने पर कोयला निकले तो – neenv khodne par koyla nikala to – वास्तु शास्त्र के अनुसार घर – vastu shastra ke anusar ghar