वास्तु के अनुसार सिर्फ घर बनवाने से ही वास्तु के सारे नियमों का पालन नहीं होता बल्कि घर की सजावट कैसी है? कौन सा सामान किस जगह रखा है? इसका घर के वास्तु पर गहरा प्रभाव पड़ता है। घर का डायनिंग रुम का इन्टीरियर यदि वास्तु के अनुरुप हो तो घर के सारे सदस्यों में प्रेम बना रहता है।
– डायनिंग मेज वर्गाकार हो या आयाताकार होनी चाहिए।
– तीखे नुकीले कोनों वाली असमान आकार की डायनिंग मेज का प्रयोग भूलकर भी ना करें।
– डायनिंग मेज पर ताजे फलों की टोकरी रखें।
– डायनिंग मेज के आसपास कुर्सियां इस प्रकार रखें कि खाना खाते समय मुंह पूर्व या पश्चिम दिशा में रहें।
– डायनिंग मेज पर चारों तरफ खाना खाया जा सकता है लेकिन एक दिशा की कुर्सियां खाली रखें।
– डायनिंग मेज हाल के बीचों-बीच ना रखें।
– डायनिंग रुम की दिवारों पर हल्के शांत रंगों का प्रयोग करना चाहिए जैसे हल्का नारंगी, हल्का हरा, पीला, आडू, गुलाबी, तथा इनसे मिलते-जुलते रंगों का प्रयोग करें।
– खाना-खाते समय हल्की रोशनी का प्रयोग करें।
वास्तु 2 – vaastu 2 – वास्तु शास्त्र के अनुसार घर – vastu shastra ke anusar ghar