आर्थिक लाभ से जुड़े वास्तु उपाय
उत्तर तथा पूर्व दिशा की ओर ढलान जितनी ज्यादा होगी आपकी संपत्ति में उतनी ही अधिक वृद्धि होगी। रसोईघर का फ्रिज पश्चिमी क्षेत्र में रखें। यहां पर यह सम्पन्नता व संबंध मजबूत बनाने में सहायक रहता है। शांति व व्यावहारिकता में भी वृद्धि होगी। रसोईघर के दक्षिण-पश्चिम भाग में गेहूं, आटा, चावल, अनाज आदि रखने से बरकत में वृद्धि होती है. रसोई घर में भारी बर्तन जैसे- सिलबट्टा, मिक्सी, आदि वस्तुएं दक्षिणी की दीवार की ओर रखना शुभ होता है. ज्ञान प्राप्ति के लिए पूजागृह में उत्तर-दिशा में बैठकर उत्तर की ओर मुख करके पूजा करनी चाहिए और धन प्राप्ति के लिए पूर्व दिशा में पूर्व की ओर मुख करके पूजा करना उत्तम है। वास्तुअनुसार पानी से भरे बर्तन रसोईघर के उत्तर-पूर्व या पूर्व में भरकर रखने चाहिए इससे घर में आर्थिक समृद्धि का वास होता है. उत्तर दिशा में रखा पानी का टेंक या पीने का पानी घर में शांति और सुख समृद्धि को बढ़ाता है। दक्षिण दिशा में भी पानी की टंकी या भूमिगत टेंक नहीं बनाना चाहिए. इससे परिवार कलेश और धन हानि होती है। वास्तु विज्ञान के अनुसार पंचमुखी हनुमानजी की मूर्ति जिस घर में होती है, वहां उन्नति के मार्ग में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और धन संपत्ति में वृद्घि होती है। भारतीय वास्तुशास्त्र के अनुसार लॉकर दक्षिण दिशा में रखना चाहिए ताकि लॉकर का दरवाजा उत्तर दिशा में खुलना चाहिए। क्योंकि माना जाता है कि धनदेव कुबेर उत्तर दिशा में निवास करते हैं। जिस तिजोरी या अलमारी में कैश व ज्वेलरी रखते हैं उसे कमरे में दक्षिण की दीवार से लगाकर रखें। इससे अलमारी का मुंह उत्तर की ओर खुलेगा। इस दिशा के स्वामी देवताओं के खजांची कुबेर हैं। उत्तर दिशा में अलमारी का मुंह खुलने से धन और ज्वेलरी में बढ़ोतरी होती है। दक्षिणपूर्व दिशा में अग्नितत्व की स्थापना करे जैसे- किचन, गीज़र, चूल्हा, आग या सबसे अच्छा होगा लाल बल्ब जलाना इससे तुरंत नकद धन आना सुनिश्चित होता है। ”
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