kaisa ho makaan mein bijalee ka prakaash

कैसा हो मकान में बिजली का प्रकाश – वैदिक वास्तु शास्त्र – kaisa ho makaan mein bijalee ka prakaash – vedic vastu shastra

प्रकाश- मकान में बिजली का मुख्य स्विच बोर्ड हमेशा मकान के दक्षिण भाग अथवा आग्नेय कोण में लगवाना चाहिए! सहायक स्विच बोर्ड, जो हर कमरे व आँगन में होते हैं, निर्धारित करें कि कमरे में प्रवेश करते समय दाहिने हाथ की तरफ हो! मध्य में या बाईं ओर शुभ नहीं होता है!
मकान में रहने वाले प्राणी के लिए सूर्य का ताप व वायु दोनों महत्वपूर्ण हैं! जिस घर में सूर्य की किरणें और हवा का प्रवेश न हो, वह घर शुभ नहीं होता है इसलिए यह आवश्यक है कि घर का निर्माण इस प्रकार कराया जाए ताकि जीवन व स्वास्थ्य के ये दोनों मूलभूत तत्व आपको आसानी से मिलते रहें!
जिन घरों में सूर्य के प्रकाश के स्थान पर विद्युत का प्रकाश और प्राकृतिक हवा के स्थान पर पंखे व कूलर का प्रयोग किया जाता है, उन घरों में रहने वाले प्राणी अक्सर बीमार रहते हैं!
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ अक्सर दिखती हैं, जैसे दमा, एलर्जी, नेत्र रोग आदि! अतः स्वास्थ्य एवं भवन की सुरक्षा के लिए सूर्य प्रकाश तथा वायु संचरण की पर्याप्त मौजूदगी आवश्यक है! सूर्य-किरणों के सेवन से अनेक रोगों से छुटकारा मिलता है!
नौकरों के कमरे- वास्तु के अनुसार नौकरों या सेवकों के लिए कमरे बनाने जा रहे हैं, तो उनके कमरे हमेशा मकान के दक्षिण-पूर्व या उत्तर-पूर्व में बनवाएँ!
दुछत्ती- दुछत्ती का निर्माण दक्षिण या पश्चिम दिशा में ही करना चाहिए!
सेप्टिक टैंक- यह उत्तर-पश्चिम, वायव्य कोण में बनवाना चाहिए!

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